scriptडेंगू के कहर से बढ़ी प्लेटलेट्स की मांग, आठ घंटे इंतजार के बाद मिल रही | Demand for platelets increased due to dengue, getting it after waiting | Patrika News

डेंगू के कहर से बढ़ी प्लेटलेट्स की मांग, आठ घंटे इंतजार के बाद मिल रही

locationअलवरPublished: Oct 16, 2021 01:35:00 am

Submitted by:

Pradeep

अस्पताल में प्रतिदिन मिल रहे 18 से 20 पॉजिटिव, 7 से 8 को प्लेट लेटस की रहती है जरुरत

डेंगू के कहर से बढ़ी प्लेटलेट्स की मांग, आठ घंटे इंतजार के बाद मिल रही

डेंगू के कहर से बढ़ी प्लेटलेट्स की मांग, आठ घंटे इंतजार के बाद मिल रही

अलवर. जिले मेंं इन दिनों डेंगू बीमारी कहर बरपा रही है। सरकारी अस्पताल में प्रतिदिन जांच में करीब 18 से 20 मामले डेंगू पॉजिटिव मिल रहे हैं। साथ ही वायरल एवं अन्य मौसमी बीमारियों का संक्रमण भी तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि गांवों से लेकर शहर तक सरकारी व निजी अस्पतालों में हर तरफ मरीजों की लंबी कतार दिखाई पड़ रही है। डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढने से प्लेट लेटस की मांग दिनों दिन बढ़ रही है। निजी ब्लड बैंकों में प्लेट लेटस के लिए प्रतिदिन 8 से 10 घंटे की वेंटिंग चल रही है।
सामान्य चिकित्सालय में नहीं है प्लेट लेटस की सुविधा : सामान्य चिकित्सालय में ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू नहीं होने के कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों को प्लेट लेटस नहीं मिल पा रही है। अस्पताल की सेंटल लैब में प्रतिदिन डेंगू की 100 से ज्यादा जंाच हो रही है, जिसमें 18 से 20 पॉजिटिव मिल रहे हैं। इनमें से प्रतिदिन सात से आठ मरीजों को प्लेट लेट्स की जरूरत पड़ रही है। मरीजों को निजी ब्लड बैंकों से प्लेट लेटस लेनी पड रही है।

केस-1
अंबेडकर नगर के एक निजी अस्पताल मेंं भर्ती मरीज शांतनु को सुबह 9 बजे प्लेट लेटस की जरुरत पड़ी, जिसे रात को 2 बजे प्लेट लेट्स मिल पाई। रक्तदाता मोहित मित्तल ने रात दो बजे प्लेट लेट्स डोनेट की।

केस-2
सरकारी हास्पिटल में भर्ती मरीज जितेंद्र को सुबह 11 बजे प्लेट लेट्स की जरूरत पड़ी, जिसे रात 12.32 बजे दिवाकर कोशिक ने अर्जेंट केस में प्लेट लेट्स डोनेट की।


निजी ब्लड बैंकों पर प्लेट लेटस का भार
अलवर शहर में कर्मचारी कॉलोनी स्थित जीवनधारा ब्लड बैंक, मोती डूंगरी स्थित माखनलाल चेरिटेबल ब्लड बैंक तथा अग्रसेन सर्किल स्थित अलवर ब्लड बैंक है। यहां सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती डेंगू के मरीजों के लिए परिजन सुबह से ही प्लेट लेटस का इंतजाम करने में जुट जाते हैं। ब्लड बैंक संचालकों के अनुसार इन दिनों आठ से दस घंटे बाद मरीज को प्लेट लेट्स मिल पा रही है।

रात में फिजिशियन कर रहे हैं राउंड
इस समय डेंगू के मामले बहुत ज्यादा आने से अस्पताल ओवरलोड हो रहा है। प्रतिदिन 18 से 20 डेंगू पॉजिटिव में से 7 से 8 मरीजों को प्लेट लेट्स की जरूरत पड़ रही है। सरकारी अस्पताल में यह सुविधा नहीं है। फिजिशियन रात में राउंड कर रहे हैं, जो घर जाने योग्य है उनको डिस्जार्च किया जा रहे हैं ताकि नए मरीज भर्ती हो सकें।
डा. विजय चौधरी, डिप्टी पीएमओ, अलवर।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो