राजस्थान एटीएस/एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक अनिल पालीवाल ने बताया कि 5 सितम्बर 2019 की रात बहरोड़ थाना पुलिस ने हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को 31.90 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया था। 6 सितम्बर की सुबह गिरोह के साथी बदमाश बहरोड़ थाने पर हमला व फायरिंग कर पपला को हवालात से छुड़ा ले गए थे। जिसका मुख्य आरोपी व षड्यंत्रकर्ता धर्मवीर (27) पुत्र हंसराज निवासी खैरोली थाना सदर महेन्द्रगढ़ हरियाणा था। एसओजी ने बुधवार को 50 हजार रुपए के इनामी बदमाश धर्मवीर को महेन्द्रगढ़ के धूलोट अहीर गांव से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से फरारी के दौरान छिपने के स्थानों, घटना में प्रयुक्त हथियारों एवं अन्य फरार आरोपियों के बारे में गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है।
सभी को पुलिस पर हमले के लिए उकसाया एडीजी पालीवाल ने बताया कि धर्मवीर ही पपला गुर्जर को फरार कराने में मुख्य आरोपी है। धर्मवीर ने ही गैंग के सभी सदस्यों को पुलिस थाने पर हमला करने के लिए एकत्रित कर उकसाया तथा यह थाने पर एके-56 से फायरिंग करने का मुख्य आरोपी भी है। पूरे घटनाक्रम में धर्मवीर की पपला को अपने साथ लेकर फरार कराने में मुख्य भूमिका रही।
अब तक 24 आरोपी गिरफ्तार प्रकरण में अब तक एसओजी 24 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिनमें से 13 इनामी है। इनमें विनोद स्वामी, कैलाशचंद, जगन खटाणा, महिपाल गुर्जर, सुभाष गुर्जर, नरेन्द्र सिंह, श्याम सुंदर उर्फ अशोक, जितेन्द्र उर्फ जीतू, विक्रम सिंह, महेन्द्र उर्फ पप्पू गुर्जर, अजय कुमार उर्फ बिल्लू तथा इनामी दिनेश कुमार, दीक्षांत गुर्जर, चंद्रपाल उर्फ चंदू, प्रशांत, आकाश यादव, राहुल, अशोक गुजरीवास, सुनील, बल्लू उर्फ बलवान, सोमदत्त, भूपसिंह, अशोक मेजर और धर्मवीर शामिल हैं।