फिर तो वो सब हुआ जो कम से कम मंदिर के रात्रि जागरण में तो नहीं होता। नतीजा युवक बहके और सीटी बजाने लगे। जोश में डांसर तक पहुंचने की नाकाम कोशिश की। इससे माहौल बिगड़ता देख पुलिस हरकत में आई और डंडे के दम पर एक-एक कर युवकों की पकड़-धकड़ में जुट गई। कुछ ही देर में पुलिस की पकड़ में कई युवक आ गए। इस पर हंगामा हो गया और दर्शक भड़क गए। फिर पुलिस के खिलाफ थाने को घेरने के लिए मांडण थाने पहुंचे।
एक डांस ने किस तरह शहर का पूरा माहौल ही बिगाड़ दिया। यहां तक की पुलिस ने आयोजकों को इसके लिए जिम्मेदार नहीं माना। जबकि पुलिस चाहती तो इस तरह से होने वाले फूहड़ नाच को रोककर कार्यक्रम का माहौल नहीं बिगड़ने देती। इस कार्यक्रम के कुछ वीडियो तेजी से वायरल हुए और ऱात्रि जागरण का कार्यक्रम फूहड़ डांस के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा।