गौरतलब है कि जयपुर में दिसंबर 2017 के अंतिम सप्ताह में पर्यटक स्थलों पर दो विदेशी सैलानी कुत्ते काटने से घायल हो चुके हैं। यदि समय रहते यहां पर कार्रवाई नहीं हुई तो अलवर में भी यह हादसा हो सकता है।
यह हो रही है परेशानी गौरतलब है कि सागर जलाशय में बड़ी संख्या में झींगा मछली रहती है। गंदा पानी होने के कारण बहुुत सी मछलियां मर चुकी है। जिनको कुत्ते सागर जलाशय से बाहर लाकर खाते हैं। इससे इन आवारा कुत्तों को मांस खाने की आदत हो गई है। पर्यटक स्थल पर आने वाले लोगों के हाथों में जैेसे ही कुछ सामान या थैला दिखाई देता है तो ये कुत्ते उन्हें झपटने की कोशिश करते हैं। यदि सामान नहीं मिलता है तो ये आदमी पर ही वार कर देते हैं।
शिकार हुए लोगों की आपबीती मैं प्रतिदिन सुबह और शाम को सागर पर भ्रमण के लिए जाता हूं क्योंकि डाक्टर ने बताया हुआ है । इस दौरान गाय, मछली व कुत्तों को दान के नाम पर चुग्गा आदि भी डालता हूं। एक दिन थैला देखकर कुत्ते ने झपटटा मारा, जब भगाने की कोशिश की तो मुझे काट खाया। इसलिए अब यहां के कुत्तों से ही नहीं बल्कि हर कुत्ते से डर लगने लगा है।
रमेश चंद सोनी , होली ऊपर निवासी मैं प्रतिदिन सागर पर घूमने के लिए जाता हूं। मेरे साथ और भी लोग जाते हैं। यहां बहुत से कुत्ते घूमते हैं, जो लोगों का सामान छिनने की कोशिश करते हैं। मेरी भी इन कुत्तों का शिकार हो चुका हूं। सागर की मरी हुई मछलियों को खाने की आदत हो गई है। ये पूरे क्षेत्र में घूमते हैं।
भगवान सहाय सैन, महल चौक