पूर्व मंत्री डॉ. यादव ने यह गंभीर आरोप बुधवार को बहरोड़ स्थित भाजपा कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता में लगाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन यदि सीबीआई जांच कराए तो पूरे मामलों का खुलासा हो सकेगा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि विधायक दूसरों पर आरोप लगाते हैं, जबकि उनके खुद के रिश्तेदार भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बहरोड़ विधायक को देर रात को हाइवे पर ओवरलोड ट्रकों से अवैध वसूली करते हुए देखा जा सकता है। विधायक बहरोड़ में अपराध को लगाम लगाने का दावा करते हैं, जबकि बहरोड़ विधायक ने ही एसएचओ सुगन सिंह, नीमराना एडिशनल एसपी डॉ. तेजपाल सिंह, डीएसपी रामजीलाल चौधरी को लगवाया था। जिनको बहरोड़ थाने की हवालात से पपला गुर्जर के फरार होने के प्रकरण के बाद डीजीपी के आदेश पर यहां से हटा दिया गया।
पूर्व मंत्री ने कहा कि नीमराना में महिला आईटीआई खुलवाएं। अगर मुझ से मुकाबला करना है तो विकास में करें ना कि गंदे और अपशब्द बोल कर। मेरे कार्यकाल में हर ग्राम पंचायत में 5-6 करोड़ रुपए के कार्य कराए गए है और कहा कि बहरोड़ विधायक अपने 5 साल के कार्यकाल में अगर 100 बच्चे भी नौकरी में लगवाता है तो हम उसका बैंड बाजे से स्वागत करेंगे।
खाद्य सुरक्षा और पेंशन के काम अटके पूर्व मंत्री ने कहां की बहरोड़ में 7800 फॉर्म खाद्य सुरक्षा के पेडिंग पड़े हुए हैं। लेकिन एसडीएम को बार बार कहने पर भी उन पर किसी भी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। साथ 18 सौ वृद्ध पेंशन धारियों को पेंशन नहीं मिल पा रही है। जिसके फार्म एसडीएम ऑफिस में पड़े हुए हैं। लेकिन प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते लाभार्थियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। कृषि उपज मंडी सदस्य अजीत यादव ने बताया कि पिछली सरकार में हमने 53 लाख शुभ शक्ति छात्रवृत्ति और 68 लाख रुपए की छात्रवृत्ति बहरोड़ में बांटी गई थी। लेकिन अब की बार 780 बच्चियों में से मात्र 4 बच्चों को ही छात्रवृत्ति पास हुई है। जो कि बहरोड़ विधायक और एसडीएम की घोर लापरवाही सामने आ रही है। जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। इस दौरान दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मंत्री के समय हुई थी हत्याएं, तब क्यों नहीं करवाई जांच डॉ.जसवंत यादव आरोप लगा रहे है कि मैं मर्डर में शामिल हूं लेकिन यह मर्डर उनके विधायक व मंत्री रहते हुए, उन्हें उसी समय जांच करवानी चाहिए थी। उस समय सरकार किसकी थी और पुलिस और सारा प्रशासन इनके अधीन था, या तो ये झूठ बोल रहे हैं या फिर इनकी चलती नहीं थी। यह दोनों बातें ही निंदा के योग्य है। यह श्रम मंत्री रहते हुए भी स्थानीय युवाओं के लिए कुछ नहीं कर पाए, ये एटीट्यूड इनकी घटिया सोच को प्रदर्शित करता है।
बलजीत यादव, विधायक बहरोड़