औद्योगिक क्षेत्र में सुबह से ही घने बादल छाए रहे। सुबह 11 बजे से देर शाम तक रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश होती रही। बारिश से मौसम सुहाना हो गया। गर्मी और उमस से आमजन को ठंडी हवा ने राहत दे दी। बारिश से कई जगह जलभराव भी हो गया, जिसकी वजह से वाहन चालकों व राहगीरों को काफी परेशानी हुई। भगतङ्क्षसह कॉलोनी, धारूहेड़ा मोड़, भिवाड़ी मोड़, समतल चौक, बस स्टैंड और औद्योगिक क्षेत्र के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया।
खेतों में भीगा बाजरा
कोटकासिम. दो-तीन दिन से रुक-रुक कर रिमझिम बरसात का दौर जारी रहने से खेतों में कटी पड़ी बाजरे की फसल पानी में तरबतर हो गई। दिनभर झमाझम बरसात का दौर जारी रहने से खेतों में पानी भर गया। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार शाम 4 बजे तक 40 मिमी बारिश होना मापी गई। दिनभर बारिश के चलते लोग घरों में कैद होकर रह गए। बरसात को कुछ किसानों ने फायदेमंद बताया है तो कुछ ने बाजरे की फसल भीगने से नुकसान होना। किसानों के अनुसार क्षेत्र में बाजरे की कटाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और फसल कढ़ाई कार्य चल रहा है। बरसात से खेतों में पानी भर जाने से कटी फसल तैरने लग गई। हालांकि करीब 20 दिन बाद खेतों में सरसों की बुआई का कार्य शुरू होने वाला है। जिससे किसानों को सिंचाई की आवश्यकता नहीं पेडग़ी। बारिश से रास्तों सहित कई स्थानों पर जलभराव से राहगीरों को निकलने में परेशानी हुई। कस्बे की नवज्योति कॉलोनी के मुख्य रास्ते में पानी की निकासी नहीं होने से रास्ता अवरूद्ध हो गया। रामलीला मैदान के रास्ते में भी जलभराव से परेशानी हो गई। यही स्थिति शाहबाद, तिजारा कस्बे व आसपास के क्षेत्र में रही। हालांकि बारिश से मौसम खुशनुमा रहा। बारिश के बाद पंखे व कूलर का उपयोग भी बंद हो गया।
हाइवे पर लगा कई किमी तक जाम
धारूहेड़ा. दिल्ली जयपुर-हाइवे पर सेक्टर छह के निकट जाम के चलते धारूहेड़ा पहुंचते ही वाहन चालकों की रूह कांप उठती है। महज एक किमी की दूरी तय करने के लिए तीन से चार घंटे लग रहे है। बारिश के साथ राजस्थान से आ रहा दूषित पानी हाइवे व सर्विस लाइन पर जमा हो रहा है। जलभराव के चलते यहां जाम लगातार बना हुआ है। पानी की निकासी नहीं होने के चलते यह पानी नासूर बना हुआ है। हाइवे की सर्विस लाइन पर जगह-जगह गड्ढे हो गए। इनमें जलभराव से आवागमन बाधित हो रहा है। सेक्टर छह के अंडरपास में जलभराव के चलते यहां से गुजरते वाहनों की गति भी रुक जाती है। सुबह औद्योगिक कस्बे में कार्य करने वाले तथा कंपनियों की बसों का हाइवे व सर्विस लाइन पर दबाव रहता है। गड्ढों में जलभराव के चलते बार-बार वाहन फंस रहे हैं तथा जाम लग जाता है। हाइवे पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रहने से कंपनियों की बसें समय पर नहीं पहुंच पा रही।