जिले के सबसे बड़े सामान्य, शिशु व महिला चिकित्सालय में मरीजों को दवा वितरण के वैसे तो १३ काउंटर बने हुए हैं। इन पर केवल ८ ऑपरेटर कार्यरत हैं। एेसे में ये काउंटर कैसे काम करते होंगे? किसी से छिपा नहीं है। काउंटरों पर सामान को लाने-ले-जाने के लिए केवल चार हैल्पर है। ये हैल्पर कभी इस काउंटर पर तो कभी दूसरे काउंटर पर दौड़ लगाते रहते हैं। दवा केन्द्रों पर कर्मचारियों की कमी का असर मरीजों पर पड़ रहा है। उन्हें दवा के लिए काउंटरों पर घंटों इंतजार करना पड़ता है।
केन्द्र में दवाओं के अनुकूल तापमान भी नहीं है। नियमानुसार दवाओं को 8 से 25 डिग्री के बीच तापमान में रखा जाना चाहिए, जिससे इनके खराब होने का अंदेशा नहीं रहे। लेकिन इस केन्द्र में दवा 48 से ५० डिग्री के तापमान में भी जमीन में पड़ी रहती है। दरअसल, इस केन्द्र में दवाओं को उचित तापमान में रखने के लिए एसी, फ्रिज आदि नहीं है। इससे भी यह केन्द्र संक्रमण फैला रहा है।
भगवान सहाय, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी अलवर दवा वितरण केन्द्र में दवाओं को रखने में उचित मानकों की अवहेलना हो रही है तो इसे दिखवा सुधरवाने का प्रयास किया जाएगा। मरीजों की सेहत से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
बनवारी लाल सिंघल, शहर विधायक अलवर