पुरुषार्थी समिति की ओर से मनाए जाने वाले रावण दहन कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार 55 फिर का रावण, 45 फिट का मेघनाथ और 50 फिट का कुम्भकरण बनाया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश से कलाकार कई दिनों से लगे हुए हैं। विजय दशमी के दिन इस बार दोपहर सवा बजे पुरुषार्थी धर्मशाला में भगवार श्रीराम की सामूहिक आरती होगी जिसमें समाज के सभी लोग भाग लेंगे। इस अवसर पर समाज के समाजसेवियों का पगड़ी देकर सम्मान किया जाएगा। महिलाओं को गुलाबी चुन्नी भेट की जाएगी।
भगवान श्री राम होंगे मुख्य अतिथि इस बार दशहरा पर्व में किसी को राजनेता को अतिथि नहीं बनाया
गया है। इस बार भगवान श्रीराम मुख्य अतिथि और हनुमान जी प्रधान सेवक बनाए गए हैं। पहली बार भगवान श्रीराम व लक्ष्मण जी वनवास के समय पहने वाली वेशभूषा में होंगे। यही नहीं भगवान श्रीराम की सवारी माता सीता के साथ बैंड बाजों के साथ वापस आएगी। इस बार भगवान श्रीराम कविश कालड़ा, लक्ष्मण दक्ष कालड़ा बने हैं। जबकि हनुमान जी वीरेन्द्र आहूजा व सुग्रीव रवि पंडित हैं।
गया है। इस बार भगवान श्रीराम मुख्य अतिथि और हनुमान जी प्रधान सेवक बनाए गए हैं। पहली बार भगवान श्रीराम व लक्ष्मण जी वनवास के समय पहने वाली वेशभूषा में होंगे। यही नहीं भगवान श्रीराम की सवारी माता सीता के साथ बैंड बाजों के साथ वापस आएगी। इस बार भगवान श्रीराम कविश कालड़ा, लक्ष्मण दक्ष कालड़ा बने हैं। जबकि हनुमान जी वीरेन्द्र आहूजा व सुग्रीव रवि पंडित हैं।
पन्द्रह झांकियां और कई बैंड पुरुषार्थी समिति अध्यक्ष राकेश अरोड़ा ने बताया कि जिला पुरुषार्थी समिति की ओर से मनाए जाने वाले वियज दशमी पर्व पर पुरुषार्थी धर्मशाला से शोभायात्रा रवाना होगी जिसमें 15 झांकियां, पांच घोड़े, युवा प्रकोष्ठ के 100 सदस्य सहित कई रीछ व कलंदर होंगे। इसमें खैरथल का शहनाई वादन होगा। इस अवसर पर 15 पंजाबी ढोल वादक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस शोभायात्रा का अलवर शहर में जगह- जगह स्वागत किया जाएगा। दशहरा पर्व की तैयारियोंं को लेकर कई पदाधिकारी रात दिन एक किए हुए हैं जिनमें संयोजक केके मदान, महासचिव लीला धर कथूरिया, अशोक आहूजा, महेन्द्र तनेजा, कैलाश अरोड़ा, संरक्षक रमेश जुनेजा, अनिल बुधराजा, बलदेव खत्री आदि है।