अलवर

पूरे प्रदेश में अलवर फिर चर्चा में

पत्रकारों की तरह पार्षद पेन कैमरे लेकर घुसे
 

अलवरNov 27, 2019 / 05:13 pm

Dharmendra Yadav

पूरे प्रदेश में अलवर फिर चर्चा में

अलवर.
पूरे देश व प्रदेश में एक बार फिर अलवर चर्चा में आ गया है। इस बार नगर निकाय चुनाव में पत्रकारों की तरह पार्षद पेन कैमरे लेकर नगर परिषद में सभापति का वोट डालने आए। लेकिन, पुलिस के आगे पकड़े भी गए।
नगर परिषद सभापति के चुनाव में सीधे तौर पर खरीद-फरोख्त तो सामने नहीं आई लेकिन, वोट के दिन कांग्रेस पार्षदों से पेन कैमरा तो भाजपा पार्षद की जेब से दो लाख रुपए पुलिस ने जब्त किए। पार्षदों के पास पेन कैमरा व नकदी मिलना यह बड़ा सवाल छोड़ गया कि वोट डालते समय दोनों का क्या सम्बंध है। न पेन कैमरा की जरूरत है न ही इतनी मोटी रकम की। पुलिस की ओर से पेन कैमरा व नोट जब्त करने की चर्चा भी खूब रही।
वार्ड 18 के विमल जैन से पकड़े दो लाख रुपए

सुबह करीब सवा 11 बजे बाद भाजपा के पार्षद बस से वोट डालने पहुंचे। भाजपा के अधिकतर प्रमुख नेता भी बस से आए। एक-एक करके पार्षदों को वोट डालने के लिए बस से नीचे लाया गया। नगर परिषद के मुख्य गेट पर पुलिस का जाब्ता मौजूद रहा। जहां पार्षदों के पहचान पत्र देखकर उनको अन्दर प्रवेश दिया जा रहा था। पहले गेट से पेनकार्ड वाले पार्षद निकल गए लेकिन, आगे सभागार में जाने से पहले सीढिय़ों पर यह पकड़ में आ गया। वहां पुलिस अधिकारी की नजर पड़ गई। कुछ पार्षद पेनकैमरे लगाकर अन्दर चले गए थे, जिनको तुरंत वापस बुलाया गया। फिर पुलिस ने पेनकैमरे जब्त कर लिए।
वार्ड 18 के पार्षद से 2 लाख जब्त किए

वार्ड 18 से भाजपा के पार्षद विमल जैन जब वोट डालने आए तो पुलिस की उनकी जेब पर निगाह गई। जेब को देखा तो दो लाख रुपए निकले। जो पुलिस ने जब्त कर लिए। हालांकि पार्षद विमल जैन ने कहा कि यह राशि उनको पवन जैन पटवारी ने दी है। जो बस किराया व अन्य खर्च की है। इन दोनों घटनाओं के बाद भीड़ में भी इसकी चर्चा रही।
पेनकैमरे का मतलब वोट की ग
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