पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया शहर में गुरूवार अलसुबह गौतस्करों ने गौतस्करी की वारदात को अंजाम देते हुए पांच गायों को टाटा 407 गाड़ी में ले जाने का प्रयास किया। इसकी सूचना पुलिस को लगते ही पुलिस ने गाडी का पीछा कर रोकने का प्रयास किया। लेकिन गौतस्करों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी अपने बचाव में जवाबी कार्रवाई करते हुए गौतस्करों को घेरने का प्रयास किया। इसी दौरान हुई मुठभेड में एक गौतस्कर की गोली लगने से मौत हो गई। इधर उसके अन्य साथी अंधेरे का लाभ उठा कर भागने में सफल रहे।
देर रात गोली चलने की आवाज से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जनता कॉलोनी में पुलिस और गोतस्करो की मुठभेड के बाद स्थानीय लोगों की भारी भीड़ मौके पर एकत्र हो गई। पिछले कई दिनों से गोतस्करों ने अलवर शहर को अपना निशाना बना रखा है। लगातार शहर में गोतस्करी की वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया जा रहा था। गौतस्करों गत सोमवार को करीब डेढ़ घंटे तक बैखौफ घूमते रहे और पुलिस की नाकाबंदी को घता बताकर न सिर्फ सडक़ पर बैठे गोवंश को ले जाने में कामयाब रहे बल्कि उनका पीछा करने वाले वाहन व उसमें सवार लोगों पर हमला किया।
पहले भी हो चुकी है वारदात शहर के स्कीम नम्बर 2 स्थित जुबली बास क्षेत्र में करीब एक सप्ताह पहले भी गोवंश ले जाने की घटना हो चुकी है। तब भी गोतस्कर एक गाड़ी में सवार होकर आए। जब जुबलीबास क्षेत्र में एक व्यक्ति ने इन्हें रोकने व शोर मचाने का प्रयास किया, तो उन्होंने उस पर देशी कट्टा तान दिया। गौतस्करों की मौजूदगी की दोनों वारदातों की धुुंधली तस्वीर यहां स्थित एक निजी हॉस्पिटल के सीसीटीवी कै मरों में कैद हुई है। करीब एक पखवाड़े पहले वार्ड नम्बर 47 स्थित फैमली लाइन मोहल्ले से एक घर के बाहर बंधे गोवंश को भी गौतस्कर खोल ले गए।