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अलवर के इस मेगा हाइवे की रफ्तार पर अतिक्रमण का ब्रेक, खुलेआम सरकारी जमीन पर कर लिए कब्जे, प्रशासन मौन

locationअलवरPublished: Dec 05, 2019 09:51:29 am

Submitted by:

Lubhavan

Bhiwdi Sikandara Mega Highway : भिवाड़ी सिकंदरा मेगा हाइवे पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जे कर लिए हैं। प्रशासन का ध्यान केवल शहर तक ही है।

Encroachment On Bhiwadi Sikandara Mega Highway In Alwar

अलवर के इस मेगा हाइवे की रफ्तार पर अतिक्रमण का ब्रेक, खुलेआम सरकारी जमीन पर कर लिए कब्जे, प्रशासन मौन

अलवर. अलवर के भूगोर तिराहे से हनुमान चौराहे के बीच मेगा हाइवे के सीने पर अतिक्रमण के पहाड़ खड़े हो गए हैं। गोबर, कबाड़ और बजरी डालकर अतिक्रमण किए जाने से चार किलोमीटर की दूरी में वाहन दौडऩे की अपेक्षा रेंगते हैं। रेंगते वाहन तभी राहत की सांस ले पाते हैं जब वे हनुमान चौराहा पार कर लेते हैं। अगर कोई वाहन चालक अतिक्रमण से संकरी हुई सडक़ पर वाहन दौड़ाने की चेष्टा करता भी है तो कुछ सैकंड बाद ही उसे अहसास हो जाता है कि वाहन को पलटने से बचाना है तो रेंगते हुए ही जाना पड़ेगा। चार किलोमीटर लम्बाई की ये सडक़ उस मेगा हाइवे का हिस्सा है जिसे भिवाड़ी से मंडरायल तक 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार के हिसाब से करोड़ों की लागत से बनाया गया था।
शहर के भीतर ही नहीं अब 200 फुट बाइपास रोड़ पर हादसे का सामान जम गया है। भूगोर तिहारा से हनुमान चौराहे के बीच में रोडी, बजरी व कबाड़ के पहाड़ खड़े हो गए हैं। दुकानों के आगे मुख्य रोड पर 60 से 80 फीट तक अतिक्रमण ऐसे जम गया मानो प्रशासन की मौन स्वीकृति हो। तभी तो शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। जिसका असर ये है कि ऐसे ही अनदेखी रही तो यह 200 फीट रोड भी 60 फीट का ही रह जाएगा। फिर अतिक्रमण हटाना प्रशासन के बूते से बाहर हो जाएगा।
दिल्ली-जयपुर के बीच की लाइफ लाइन

मेगा हाइवे रोड अलवर शहर के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे जिले के लिए महत्वपूर्ण है। यह रोड भिवाड़ी, दिल्ली तथा जयपुर, बांदीकुई, हिण्डौन, महुआ, करौली, महावीरजी को जोड़ता है। इस रोड के शहर में प्रवेश के साथ ही भूगोर से ईटाराणा चौराहा, हनुमान सर्किल से होते हुए आगे एक तरफ रामगढ़ निकलता है। सीधे जाने पर तिजारा-भिवाड़ी निकलता है। टेल्को चौराहे से बहरोड़ रोड भी जाता है। दूसरी तरफ यह रोड भूगोर से जयपुर की तरफ निकलते हैं। इस तरह पूरे शहर ही नहीं बल्कि यह जयपुर, दिल्ली, बहरोड़ व रामगढ़ रोड को जोडऩे वाली लाइफ लाइन रोड है। इस रोड पर अतिक्रमण दुर्घटनाओं को न्यौंता देना जैसा है।
तिराहे के पास फैक्ट्री

भूगोर तिराहे के पास हनुमान चौराहे की तरफ जैसे ही कुछ दूर चलेंगे मुख्य रोड पर रोडी बनाने का प्लांट लगा है। जिसने रोड के आगे बिल्कुल जगह नहीं छोड़ रखी। बड़ा अतिक्रमण कर लिया। इससे करीब 100 मीटर आगे चलेंगे तो दुकानों के आगे मलबा पड़ा है। बीच-बीच में होर्डिंग लगे हैं। जो अवैध हैं। कुछ जगह विद्युत पोल व रोडलाइट के पोल ने घेर रखी है। जिनकी आड़ में अतिक्रमण कर रखा है।
किसमें है दम, जो हटा सके इनका कब्जा

इस रोड पर दो-तीन छोटे स्कूल हैं। जिन्होंने बड़ी जगह रोक ली है। पक्का निर्माण तक कर लिया। एक जगह पर सडक़ की जगह को खेल मैदान के रूप में कब्जे में ले रखा है। दूसरे स्कूल ने रोड के किनारे तक जालियां लगा रखी हैं। यह सब अतिक्रमण किसी दिन बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता है। अब पूरा रोड व्यवसायिक हो गया है। जगह-जगह दुकानें बन गई।
सबसे अधिक ट्रैफिक दबाव भी

मेगा हाइवे की कनेक्टिविटी पूरे जिले के अलावा दिल्ली, भिवाड़ी, जयपुर, हिण्डौन, महुआ, करौली, महावीरजी आदि से होने के कारण इस रोड पर सबसे अधिक ट्रैफिक दबाव भी है। बाइपास होने के कारण शहर के बाहर से सबसे अधिक भारी वाहन यहां से जाते हैं। शहर के अन्दर आने वाहन भी इस रोड से आते-जाते हैं।
चिह्नित कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे

पूरे रोड का कल मौका दिखवाते हैं। जहां-जहां अतिक्रमण है उसे चिह्नित कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। यह शहर के बाहर की तरफ का हिस्सा है लेकिन, काफी बड़ी रोड है। इस पर कार्रवाई करेंगे।
प्रमोद शर्मा, अतिक्रमण निरोधक अधिकारी, यूआईटी अलवर
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