scriptपत्रिका की खास रिपोर्ट : एक माह बाद भी राजगढ़ के सीने पर हरे हैं बुलडोजर के जख्म | Even after a month, the wounds of the bulldozer are green on the chest | Patrika News

पत्रिका की खास रिपोर्ट : एक माह बाद भी राजगढ़ के सीने पर हरे हैं बुलडोजर के जख्म

locationअलवरPublished: May 17, 2022 11:20:18 pm

Submitted by:

Kailash

अलवर. मास्टर प्लान के नाम पर राजगढ़ कस्बे में गत 17 अप्रेल को अनेक मकान-दुकान और मंदिरों को ध्वस्त कर दिया गया। कस्बे के गोल सर्किल से सराय बाजार होते हुए तहसील कार्यालय तक प्रशासन ने बुलडोजर व एलएंडटी मशीन से करीब 150 मकान-दुकान, 3 मंदिरों और धर्मशालाओं को गिरा दिया। एक दिन में ही कस्बे का मुख्य बाजार खंडहर में तब्दील हो गया। इस कार्रवाई से 600 से अधिक लोग प्रभावित हुए।

पत्रिका की खास रिपोर्ट :  एक माह बाद भी राजगढ़ के सीने पर हरे हैं बुलडोजर के जख्म

पत्रिका की खास रिपोर्ट : एक माह बाद भी राजगढ़ के सीने पर हरे हैं बुलडोजर के जख्म


लुभावन जोशी/मन्नू शर्मा
अलवर. राजगढ़ कस्बे में कार्रवाई के एक माह बाद पत्रिका टीम ने राजगढ़ कस्बे का दौरा किया। अब भी राजगढ़ के सीने पर बुलडोजर के जख्म हरे हैं। लोगों की आंखों में आंसू हैं।
सैकड़ों लोग बेरोजगार हो गए। बेबस लोग आजीविका की तलाश कर रहे हैं। कई परिवारों के आशियाने उजड़ गए, वे अब किराए के मकान में रह रहे हैं। कस्बे के सराय बाजार में दुकानों के स्थानांतरण के बैनर लगे हैं। पीडि़त लोगों ने पुर्नवास, मुआवजे और दोषी अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राजगढ़ बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया है। सराय बाजार की ही एक दुकान में क्रमिक अनशन चल रहा है, जिसमें पुरुष, महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हो रहे हैं। लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से मदद नहीं की गई है।
मुआवजे का प्रस्ताव लेकर सरकार को भेजेंगे
&राजगढ़ में मास्टर प्लान का कोई प्रस्ताव नहीं था, यहां गौरवपथ का निर्माण कराया जाना था। अतिक्रमण की कार्रवाई सरकार के इशारों के प्रशासनिक अधिकारियों ने कराई। अब जल्द से जल्द बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी और मुआवजा सम्बंधी कार्रवाई के निर्णय का प्रस्ताव लेकर राज्य सरकार को भेजा जाएगा।
सतीश कुमार दुहारिया,
चेयरमैन नगरपालिका राजगढ़

पूरी तरह टूट गई बुजुर्ग अनिता

अलवर. राजगढ़ में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में कई लोग बेघर हो गए। इस कार्रवाई में सराय बाजार निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग अनिता देवी का मकान और दुकान तोड़ दिए गए। पांच माह पूर्व अनिता के पति राजेन्द्र गुप्ता का निधन हो गया था। इस दोहरे दु:ख से अनिता देवी पूरी तरह टूट गई है।
सराय बाजार में टूटी दुकान में बैठकर अनिता लोहे के परात, फावड़े और लोहे का सामान बेच रही हैं। उन्होंने बताया कि पांच माह पूर्व संक्रमण के चलते उनके पति राजेन्द्र गुप्ता का निधन हो गया। वे इस दु:ख से उबर नहीं पाई थी, प्रशासन ने उनका मकान और दुकान को तोड़ दिया।
अपनी व्यथा बताते हुए अनिता के आंखों से आंसू आ गए। आंसू पोंछते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें हाई बी.पी, अस्थमा और हार्ट की बीमारी है। जिसकी दवाइयां लेनी पड़ती है। प्रशासन की कार्रवाई के बाद उनका परिवार बेघर हो गया है। पति के निधन को पांच माह ही हुए हैं, लेकिन परिवार पालने की ऐसी मजबूरी है कि उन्हें दुकान के बाहर बैठना पड़ रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो