पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने अगस्त, 2023 में 19 नए जिलों का गठन किया था। जिसमें अलवर के टुकड़े कर खैरथल-तिजारा और कोटपूतली-बहरोड़ को जिला बनाया गया, लेकिन कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा और भिवाड़ी पुलिस जिलों में अभी तक पुलिस का पूरा सेटअप नहीं जम पाया है। सरकार ने अभी तक इन तीनों पुलिस जिलों की नफरी तक स्वीकृत नहीं की है। थानों में अटैच नफरी से ही यहां काम चलाया जा रहा है। सेंट्रल जेल अलवर से इन जिलों में बंदियों को कोर्ट पेशी पर ले जाने के लिए अलवर से ही चालानी गार्ड भेजी जाती है। वहीं, अलवर जिला अस्पताल में भर्ती होने वाले बहरोड़ व किशनगढ़बास जेलों के बीमार बंदियों के लिए भी अलवर पुलिस को ही गार्ड लगानी पड़ती है।
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रोजाना 25 पुलिसकर्मी पड़ोसी जिलों की हाजिरी में
अलवर जिले से करीब 25 पुलिसकर्मी रोजाना कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा और भिवाड़ी पुलिस जिलों हाजिरी में तैनात रहते हैं। ये पुलिसकर्मी रोजाना अलवर सेंट्रल जेल से वहां के बंदियों को पेशी पर ले जाते हैं और वापस लाकर अलवर सेंट्रल जेल छोड़ते हैं। खैरथल-तिजारा, कोटपूतली-बहरोड़ व भिवाड़ी में चालानी गार्ड भेजने के लिए अलवर में सुरक्षा इंतजामों में कटौती करनी पड़ती है।