इस बार पेपर आसान था। इस बार यह मेरा दूसरा मौका था। इसलिए कुछ अनुभव भी काम आया। लेकिन इस बार साइक्लॉजी के प्रश्न काफी कठिन थे। मेरी तैयारी भी अच्छी थी। उम्मीद है कि नंबर आ ही जाएगा।
-राकेश शर्मा, जयपुर
-राकेश शर्मा, जयपुर
मैंने इस परीक्षा की पिछले छह महीने तक लगातार तैयारी की है। सिलेबस के अनुसार ही प्रश्न आए हैं। मेरा टारगेट 110 प्रश्नों का था जो पूरा हो गया है। यदि भाग्य ने साथ दिया तो पात्रता मिल ही जाएगी।
-दीपक जाखड़, जयपुर
-दीपक जाखड़, जयपुर
पहले भी रीट की परीक्षा दी है इसलिए अनुभव था। इस बार परीक्षा अच्छी हुई है। साइक्लोजी के प्रश्न ज्यादा कठिन लगे बाकी सब सरल था। अबकी बार सलेक्शन होने की उम्मीद है।
-रामेश्वर सिंह, परीक्षार्थी
-रामेश्वर सिंह, परीक्षार्थी
रीट की परीक्षा पहली बार दी है। मैंने इस परीक्षा की अच्छी तैयारी की थी इसलिए पेपर आसानी से हल हो गया। साइक्लॉजी के प्रश्न काफी कठिन थे, इसके लिए दिमाग की जरुरत ज्यादा पड़ी।
सहरूना बानो, मालाखेड़ा
सहरूना बानो, मालाखेड़ा
शिक्षक भर्ती की यह मेरा पहली परीक्षा थी। पहला अनुभव काफी अच्छा रहा। जो तैयारी थी उसके अनुसार पेपर अच्छा हुआ है। पेपर के अधिकतर सवाल हल किए हैं। प्रश्न सामान्य थे। इसलिए अच्छा परिणाम मिल सकता है।
-महेंद्र सैनी, टोंक
-महेंद्र सैनी, टोंक
अधिकतर प्रश्न सरल थे। रीट की तैयारी मैंने कोचिंग में की थी। अधिकतर प्रश्न सिलेबस के ही आए हैं। लेकिन कुछ प्रश्न एेसे थे जो समझ में नहीं आए। उनको लेकर काफी असमंजस रहा। अंत में दिमाग लगाकर ही हल हो पाए।रसमीना,मालाखेड़ा
एक बार सरकारी नौकरी लग जाए तो जीवन की तमाम परेशानियां खत्म हो जाएंगी। यही सोचकर रीट की अच्छी तैयारी की थी। परीक्षा भी अच्छी हुई है। सिलेबस के अनुसार ही प्रश्न आए हैं।
कविता कुमारी, परीक्षार्थी
कविता कुमारी, परीक्षार्थी