शहर के कम्पनी बाग के पीछे स्थित एक ई-मित्र के संचालक रूपेश मेहरवाल के पास गुरुवार सुबह किसी अज्ञात मोबाइल नम्बर से फोन आया। फोन पर बात करने वाले शातिर ठग ने स्वयं को शहर विधायक संजय शर्मा बताते हुए उससे बेटे की फीस के नाम पर बैंक खाते में 26 हजार 879 रुपए ट्रांसफर करने को कहा। इसके बाद शातिर ठग ने रूपेश मेहरवाल के व्हाट्स-एप नम्बर पर अकाउंट नम्बर मैसेज कर दिए। संदेह होने पर रूपेश ने शहर विधायक संजय शर्मा के मोबाइल पर पर फोन कर इस बारे पूछा तो शहर विधायक शर्मा ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई फोन नहीं किया। इसके बाद विधायक शर्मा ने तुरंत इसकी सूचना जिला पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख और कोतवाल अध्यात्म गौतम को दी।
कुछ ही देर बाद शातिर ठग ने शहर विधायक बनकर कालाकुआं निवासी रमेशचंद अग्रवाल पुत्र उम्मेदीलाल अग्रवाल को फोन कर दिया और बेटे की फीस के नाम पर रुपए मांगे। आरसी अग्रवाल ने ठग के अकाउंट में 27 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद अग्रवाल ने विधायक शर्मा को फोन किया। विधायक ने अग्रवाल को कहा कि उन्होंने कोई फोन नहीं किया। विधायक ने फिर फोन कर पुलिस अधीक्षक और अरावली विहार थानाधिकारी जहीर अब्बास को घटना की जानकारी दी। इसके बाद कालाकुआं निवासी रमेशचंद अग्रवाल की रिपोर्ट पर अरावली विहार थाने में ठगी का मामला दर्ज किया गया। उधर, अरावली विहार थानाधिकारी जहीर अब्बास का कहना है कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है।
ऑनलाइन ठगी से बचें : विधायक शहर विधायक संजय शर्मा ने आमजन से ऑनलाइन ठगी से बचने की अपील की है। विधायक शर्मा ने कहा कि संज्ञान में आया है कि शहर में कुछ लोगों के पास उनके नाम से फोन कॉल आए। फोन करने वाले व्यक्ति अपनी परिस्थितियों का हवाला देते हुए कुछ राशि की मांग की। जिसके चलते एक व्यक्ति ने उस कॉल का सत्य मानते हुए अज्ञात व्यक्ति के खाते में राशि डाल दी। इस प्रकार की फर्जी कॉल व ऑनलाइन ठगी से बचें तथा ऐसी कोई कॉल आने पर तुरंत सम्बन्धित थानाधिकारी सूचित करें।