जमीन की गिरदावरी के अनुसार होना है रजिस्ट्रेशन: विभाग के नियमानुसार किसानों को अपनी फसल के विक्रय के लिए रजिस्ट्रेशन उसी नाम से कराना है, जिसके नाम जमीन की गिरदावरी है । परन्तु समस्या ये है कि कई किसानों को छोड़कर अधिकतर किसानों के खाते भामाशाह में अंकित नही है, जिसके कारण भामाशाह की ओर से उनका रजिस्ट्रेशन करने पर किसान के खाते नही आएगा तो फसल का भुगतान किस प्रकार होगा । ऐसे में किसान असमंजस में है कि वो
किस प्रकार रजिस्ट्रेशन कराए। भामाशाह में खाता जुडऩे में लगेगा 15 से 20 दिन का समय:अगर किसान को रजिस्ट्रेशन के लिए अपने खातें को भामाशाह से जोडना है तो उसे जुडने में 15 से 20 दिन की प्रक्रिया है, उसके बाद ही खाता जुडना संभव और कई बार तो महींने भर का समय भी लग जाता है।
किसान इस असमंजस में है कि अगर वो अपनी पत्नी के नाम से रजिस्टेशन कराये और भूमि गिरदावरी उसके नाम है तो क्या सरकार द्वारा फसल का भुगतान उसकी पत्नी के खातें में आयेगा या नहीं । इस समस्या से जूझ रहे किसानों के लिए अपनी फसल को बेचना सिरदर्द बन गया है और वो खरीद केन्द्रो और ई मित्रों के चक्कर काटने को मजबूर है।
इनका कहना है भामाशाह खातें की अनिवार्यता के कारण रजिस्ट्रेशन करने में परेशानी आ रही है । भामाशाह में पत्नी का खाता है मेरा नही । खाता भामाशाह में जुडवाता हूं तो उसमें समय ज्यादा लगेगा और पत्नी के नाम से रजिस्टे्रशन करूं तो क्या भुगतान हो जायेगा ये भी नहीं पता । इस समस्या के लिए बिक्री केन्द्र के कर्मचारियों से पूछा तो उन्होने जानकारी न होने की बात कही।
-महावीर शर्मा, किसान
-महावीर शर्मा, किसान
ये कहते हैं अधिकारी बिना भामाशाह कार्ड रजिस्ट्रेशन के कृषि जिंसों की समर्थन मूल्य पर होने वाली खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकता है। इस मामले में यह सरकार के नियम हैं जिसमें वो कुछ नहीं कर सकते हैं।
– बी.राम. जिला मॉनटरिंग आफिसर, समर्थन मूल्य पर खरीद, एमडी कॉपरेटिव बैंक, अलवर।
– बी.राम. जिला मॉनटरिंग आफिसर, समर्थन मूल्य पर खरीद, एमडी कॉपरेटिव बैंक, अलवर।