सीओ सिटी डॉ. प्रियंका ने बताया कि एनईबी सुभाष नगर स्थित मित्तल अस्पताल के बाहर नगर परिषद की ओर से वाहन पार्किंग आवंटित की हुई है। जिसके बारे में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि नगर परिषद ने अवैध तरीके से पार्किंग आवंटित की है। जिसे हटाया जाए। पार्किंग को लेकर अस्पताल प्रबंधन और पार्र्किंग संचालक के बीच कई दिनों से विवाद चल रहा है। मामले में पार्र्किंग संचालक मंगतूराम कोर्ट से स्टे ऑर्डर ले आया और शुक्रवार शाम को पार्किंग के लिए तारबंदी कर दी। रात करीब साढ़े आठ बजे वहां मारपीट और पथराव हो गया। जिसमें कुछ महिलाओं को चोट आने की भी शिकायत है। महिलाओं ने अस्पताल प्रबंधन पर मारपीट व अभद्रता का आरोप लगाया। एनईबी थाना पुलिस ने महिलाओं को शिकायत दर्ज कराने के लिए महिला थाने भेज दिया।
मरीजों को हो रही परेशानी मित्तल अस्पताल के संचालक डॉ. एससी मित्तल का कहना है कि उनके अस्पताल के सामने नगर परिषद की ओर से अवैध तरीके से पार्किंग आवंटित की हुई है। पार्किंग में रात को दर्जनों लोडिंग रिक्शा खड़े होते हैं, जिससे मरीजों के परिजनों के वाहन और एम्बुलेंस खड़े होने की जगह नहीं बचती। वहीं, लोडिंग गाडिय़ों के तेज हॉर्न के शोर-शराबे से अस्पताल के आईसीयू में भर्ती मरीजों को परेशानी होती है। पार्र्किंग में खड़ी लोडिंग गाडिय़ों में बैठकर लोग शराब पीते हैं। ये लोग आए दिन मरीजों के परिजनों से झगड़ा करते हैं। इसकी शिकायत मरीजों के परिजन कई बार कर चुके हैं।
नगर परिषद ने दिया ठेका
नगर परिषद ने दिया ठेका
उधर, पार्किंग संचालक मंगतूराम का कहना है कि नगर परिषद ने एक अप्रेल 2018 से उसे इस पार्र्किंग का ठेका आवंटित किया है। इसके लिए उसने 1.94 लाख रुपए जमा कराए हैं। अस्पताल प्रबंधन पार्र्किंग को हटाना चाहता है। जिसको लेकर शुक्रवार रात अस्पताल स्टाफ ने उनके साथ मारपीट की।