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अलवर

बाघिन एसटी-5 शिकार मामले में पहली बड़ी कार्रवाई, तीन कर्मचारी निलम्बित

अलवर. सरिस्का में बाघिन एसटी-5 के शिकार मामले का पिछले दिनों खुलासा होने के बाद सरिस्का प्रशासन ने तीन वनकर्मियों को निलम्बित किया है। इन तीनों कर्मचारियों को बाघिन के शिकार के लिए राजकार्य में बड़ी लापरवाही को कारण माना है। निलम्बित तीनों कर्मचारी बाघिन के शिकार मामले से जुड़े हैं।

अलवरNov 03, 2018 / 10:50 pm

Prem Pathak

First major action in the Tiger ST-5 victim case, three employees susp

बाघिन एसटी-5 शिकार मामले में पहली बड़ी कार्रवाई, तीन कर्मचारी निलम्बित

सरिस्का के सीसीएफ डॉ. गोविंदसागर भारद्वाज ने बताया कि बाघिन एसटी- 5 के शिकार मामले में सरिस्का प्रशासन ने पृथ्वीपुरा के नाका प्रभारी सहायक वनपाल मातादीन शर्मा, सुकोला के बीट गार्ड जनक राज व बाघिन की मॉनिटरिंग का जिम्मा संभाल रहे फोरेस्ट गार्ड रामजीलाल गुर्जर को निलम्बित किया है। इन तीनों वनकर्मियों पर बाघिन की मॉनिटरिंग व राजकार्य में लापरवाही के लिए दोषी माना गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच अभी जारी रहेगी। इस मामले में कोईभी अधिकारी या कर्मचारी शामिल पाया गया या शिकारियों से उनकी मिलीभगत साबित हुई तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। वहीं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह था प्रकरण

बाघिन एसटी-5 के सरिस्का में अंतिम बार पगमार्क गत 24 फरवरी को मिले थे, वहीं बाघिन की अंतिम लोकेशन गत 7 फरवरी को मिली थी। बाद में सरिस्का प्रशासन ने करीब छह महीने तक बाघिन की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। बाघिन की तलाश के लिए सरिस्का में 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए, जिन पर कई लाख रुपयों का खर्च हुआ। बाघिन की तलाश में 100 से ज्यादा वनकर्मियों को भी लगाया गया।
पिछले दिनों अचानक हुआ शिकार का खुलासा

बाघिन के शिकार का खुलासा पिछले दिनों अचानक ही हुआ। सरिस्का प्रशासन ने सांभर व नीलगाय के शिकार के आरोप में भडोली निवासी सरफुद्दीन को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान सरफुद्दीन ने अकबरपुर रेंज में बाघिन एसटी-5 का गोली मारकर शिकार करने की घटना कबूली। शिकार मामले में चार अन्य लोग भी शामिल थे। बाद में नगर तहसील के रइश को भी बाघिन के दांत की बरामदगी के लिए गिरफ्तार किया गया था।
छोटे कर्मचारियों पर गिरी गाज, बड़े अधिकारी बच रहे साफ

बाघिन एसटी-५ के गायब व शिकार होने के मामले में सरिस्का प्रशासन ने सहायक वनपाल, बीट गार्ड व मॉनिटरिंग में लगे कर्मचारी के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई की, लेकिन बाघिन के गायब होने और बाद में शिकार मामले में अब तक सरिस्का के तत्कालीन किसी बड़े अधिकारी पर आंच तक नहीं आई है। इससे पूर्व भी बाघ एसटी-11 के फंदे में फंसकर शिकार की घटना में किसी भी बड़े अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। उस प्रकरण में पांच कर्मचारियों को बाघ की मॉनिटरिंग का दोषी मान केवल नोटिस जारी किए गए थे।
बाघिन के शिकार मामले की जांच जारी

बाघिन के शिकार मामले की जांच अभी जारी है। मामले में गिरफ्तारी से वंचित रहे शिकारियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं वाइल्ड लाइफ क्राइम ब्यूरो से भी सहयोग लिया जा रहा है।
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