मिली जानकारी के अनुसार बमनपुरा गांव में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में करीब 120 बच्चे अध्ययनरत है। बुधवार दोपहर में बच्चों को पोषाहार का दूध वितरित किया गया। दूध पीने के कुछ समय बाद ही बच्चों को उल्टी,पेट दर्द की शिकायत हुई।
देखते ही देखते कई बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी। करीब लगभग 40 बच्चे बीमार हो गए। कुछ ग्रामीण अंकिता (6) पुत्री भागचंद, मोहित (7)पुत्र भागचंद , कनिष्का (4)पुत्री ध्रुव गुर्जर , अंशु यादव (5)पुत्र सुरेश यादव , अंकित (7)पुत्र सुभाष चंद्र, अंशु (5)पुत्र सुभाष सेन सहित आठ बच्चों को इलाज के लिए अलवर ले गए। इधर नौ बच्चों को नगर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य केंद्र रामनगर से डॉ. रोहित औड के नेतृत्व में मेडिकल टीम ग्राम बमनपुरा पहुंची और बीमार बच्चों का इलाज शुरू कर दिया। राहत शिविर में चंचल (8)पुत्री बलवीर, पूजा (10)पुत्री शिव लहरी, क्षमा (8)पुत्री भगवान सिंह , अवाना (6) पुत्री श्रीराम गुर्जर , पूजा (11)पुत्री सरवन गुर्जर , बंदना पुत्री बृजेश गुर्जर, विष्णु (11)पुत्र विश्राम गुर्जर , चंचल (10) पुत्री गंभीर सिंह , चानू (8)पुत्री गंभीर सहित 22 बच्चे कैंप में भर्ती थे। इनका मेल नर्स योगेश शर्मा, हरिता एएनएम, राजेश मीणा आदि ने इलाज शुरू किया। इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता राजेश पटेल, सतीश शर्मा ने भी सहयोग किया जिसके सेवन के चलते बच्चे बीमार हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार रात करीब साढे सात बजे तक करीब 17 बच्चों को इलाज कर घर भेज दिया गया। अब राहत शिविर में पंाच बच्चों का इलाज चल रहा है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
देखते ही देखते कई बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी। करीब लगभग 40 बच्चे बीमार हो गए। कुछ ग्रामीण अंकिता (6) पुत्री भागचंद, मोहित (7)पुत्र भागचंद , कनिष्का (4)पुत्री ध्रुव गुर्जर , अंशु यादव (5)पुत्र सुरेश यादव , अंकित (7)पुत्र सुभाष चंद्र, अंशु (5)पुत्र सुभाष सेन सहित आठ बच्चों को इलाज के लिए अलवर ले गए। इधर नौ बच्चों को नगर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य केंद्र रामनगर से डॉ. रोहित औड के नेतृत्व में मेडिकल टीम ग्राम बमनपुरा पहुंची और बीमार बच्चों का इलाज शुरू कर दिया। राहत शिविर में चंचल (8)पुत्री बलवीर, पूजा (10)पुत्री शिव लहरी, क्षमा (8)पुत्री भगवान सिंह , अवाना (6) पुत्री श्रीराम गुर्जर , पूजा (11)पुत्री सरवन गुर्जर , बंदना पुत्री बृजेश गुर्जर, विष्णु (11)पुत्र विश्राम गुर्जर , चंचल (10) पुत्री गंभीर सिंह , चानू (8)पुत्री गंभीर सहित 22 बच्चे कैंप में भर्ती थे। इनका मेल नर्स योगेश शर्मा, हरिता एएनएम, राजेश मीणा आदि ने इलाज शुरू किया। इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता राजेश पटेल, सतीश शर्मा ने भी सहयोग किया जिसके सेवन के चलते बच्चे बीमार हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार रात करीब साढे सात बजे तक करीब 17 बच्चों को इलाज कर घर भेज दिया गया। अब राहत शिविर में पंाच बच्चों का इलाज चल रहा है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
स्थिति नियंत्रण में ग्राम के स्कूल में दूध पीने से कुछ बच्चे बीमार हो गए थे। उनको उल्टी व पेट दर्द की शिकायत मिली। गांव जाकर सभी बच्चों का उपचार कर दिया गया है । स्थिति अब नियंत्रण में है।
डॉ. रोहित औड, राजकीय स्वास्थ्य केंद्र रामनगर