सुबह साढ़े चार बजे पेट्रोलमैन रेलवे ट्रेक की पेट्रोलिंग कर रहा था। इस दौरान किलोमीटर संख्या 131/7-8 धौली गुमटी के समीप रेलवे लाइन में करीब डेढ़ इंच का फे्रक्चर दिखाई दिया। इसकी सूचना स्टेशन पर दी गई और फे्रक्चर वाले स्थान पर जोगल प्लेट बांधी गई। इसी बीच स्टेशन से गुजरी राजधानी एक्सप्रेस को कॉशन ऑर्डर देकर 30 किलोमीटर की गति से गुजारा गया। इसके बाद जैसलमेर-दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस, मालगाड़ी, अमृतसर-जयपुर एक्सप्रेस, हिसार-जयपुर, जयपुर-हिसार, जम्मूतवी-अजमेर पूजा एक्सप्रेस एवं काठगोदाम-रानीखेत एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों को कॉशन ऑर्डर देकर गुजारा गया। करीब तीन घंटे तक रेलकर्मियों ने मरम्मत कार्य कर ट्रेक को दुरुस्त किया।
इसके बाद दोपहर को ट्रेनों का संचालन सुचारू हो सका। हालांकि फे्रक्चर से कोई रेल संचालन बाधित नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बसवा में, भारतीय खाद्य निगम कार्यालय के पीछे, अरनिया एवं कोलवा में भी रेलवे लाइन में फे्रक्चर हो चुका है।
ट्रेनें हुई लेट
अलवर-बांदीकुई रेलवे लाइन में फ्रेक्चर होने की वजह से कई ट्रेनें लेट हुई। इस वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अगर इस फ्रेक्चर का पूर्व में पता नहीं लगता तो यहां बड़ा हादसा भी हो सकता था। लेकिन जैसे ही प्रशासन को इस फ्रेक्चर की सूचना मिली उसने तत्काल इस फ्रेक्चर को ठीक कराने के निर्देश दिए। वहीं अलवर स्टेशन पर ट्रेनें लेट होने की वजह से यात्रियों ेको कई घंटों तक ट्रेन की बाट जोहनी पड़ी। जैसे ही पहली ट्रेन आई, सभी यात्री उसमें ही चढ गए।
अलवर-बांदीकुई रेलवे लाइन में फ्रेक्चर होने की वजह से कई ट्रेनें लेट हुई। इस वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अगर इस फ्रेक्चर का पूर्व में पता नहीं लगता तो यहां बड़ा हादसा भी हो सकता था। लेकिन जैसे ही प्रशासन को इस फ्रेक्चर की सूचना मिली उसने तत्काल इस फ्रेक्चर को ठीक कराने के निर्देश दिए। वहीं अलवर स्टेशन पर ट्रेनें लेट होने की वजह से यात्रियों ेको कई घंटों तक ट्रेन की बाट जोहनी पड़ी। जैसे ही पहली ट्रेन आई, सभी यात्री उसमें ही चढ गए।