सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन शॉपिंग की सैकड़ों वेबसाइट हैं। जिनके माध्यम से लाखों-करोड़ों लोग रोजाना ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं। ऑनलाइन मार्केट में कई वेबसाइट भी सक्रिय हैं। जो लोगों को भारी डिस्काउंट और बड़े-बड़े ऑफर का लालच देती हैं। वेबसाइट पर आने वाले ग्राहकों को जाल में फंसाकर फिर ग्राहक के मोबाइल पर आने वाले ओटीपी नम्बर को जानकर उनके बैंक खाते से हजारों रुपए उड़ा लेते हैं।
हू-ब-हू दिखते हैं ऑनलाइन मार्केट में कई बड़े ब्रांड नेम हैं। शातिर ठगों ने इन वेबसाइट के नाम से हू-ब-हू दिखने वालों नामों की वेबसाइट बनाई हुई है। नाम में एक अथवा दो अक्षर का फर्क होता है जिससे लोग उनके झांसे में आ जाते हैं।
शिकायत के लिए भटकते रह जाते हैं ठगी के शिकार होने के बाद लोग फर्जी वेबसाइट के नम्बर पर फोन मिलाते हैं तो शातिर ठग उनका फोन नहीं उठाते या फिर उन्हें भ्रमित करते रहते हैं। जब असली वेबसाइट के नम्बर पर फोन करते हैं तो उन्हें ठगी का पता चलता है। इसके बाद वह असमंजस में पड़ जाते हैं कि आखिर वह इसकी शिकायत कहां करें। पुलिस भी टरका देती है।