बारह सितम्बर को हुए सामूहिक दुष्कर्म में जहां मुख्य तीन आरोपियों पंकज, मनीष व निशु को नामजद किया है, वहीं संलिप्तता मानते हुए पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। इनके परिजन मंगलवार को नाहड़ के रेस्ट हाउस में एसआईटी प्रमुख व एसपी नाजनीन भसीन से मिले और उन्हें छोडऩे की मांग की, लेकिन नाजनीन ने स्पष्ट कहा कि इन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यदि निर्दोष होंगे तो छोड़ दिए जाएंगे। उधर, डीजीपी बीएस संधु ने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक को सक्रिय व संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लापरवाह पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पीडि़ता अभी सामान्य नहीं रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल में भर्ती छात्रा अभी तक सामान्य नहीं हो पाई है। हालांकि जिला उपायुक्त ने कहा कि मेडिकल बुलेटिन के अनुसार पीडि़ता अच्छे से खाना खा रही है। वह सो रही है और बातचीत कर रही है। मानसिक तौर पर जरूरत को देखते हुए काउंसलिंग की जा रही है और मनोवैज्ञानिक चिकित्सक भी लगा रखे हैं। पिता ने कहा कि बेटी को मेदांता में शिफ्ट की जाए। हम उसका सरकारी खर्च पर वहां भी इलाज कराने को तैयार हैं, लेकिन मां यहां के उपचार से संतुष्ट है और उसे यही पर रखा है।
आरोपियों का केस नहीं लडऩे का निर्णय रेवाड़ी बार एसोसिएशन ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि सामूहिक दुष्कर्म का केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए और इस मामले में कोताही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। एसोसिएशन के प्रधान रविंद्र यादव ने कहा कि बैठक कर निर्णय किया है कि बार का कोई भी सदस्य आरोपियों का केस नहीं लड़ेंगा।
कैंडल मार्च निकाला, कोसली बंद आज कई सामाजिक संगठनों ने कोसली के बाबा मुक्तेश्वरपुरी मठ से शहीद स्मारक तक कैंडल मार्च निकाला और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने की भी मांग की। पूर्व सरपंच हंसराज जाहिदपुर ने कहा कि बुधवार को कोसली का बाजार बंद कर प्रदर्शन किया जाएगा। आप पार्टी के कार्यकर्ता अनिल यादव व राजेश शर्मा ने कोसली में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक धरना शुरू कर दिया है।