अलवर के बहरोड़ थाना पुलिस ने 5 सितम्बर की रात कुख्यात अपराधी विक्रम उर्फ पपला को 31.90 लाख रुपए के साथ पकड़ा था। पुलिसकर्मियों से मिलीभगत कर कुछ ही घंटे बाद 6 सितम्बर सुबह करीब पौने 9 बजे पपला ने अपने साथी बदमाशों ने बहरोड़ थाने पर एके-47 से हमला करा दिया और लॉकअप से निकलकर भाग गया। पपला को पकडऩे में शुरुआत में राजस्थान के साथ हरियाणा, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और मध्यप्रदेश पुलिस लगी। लेकिन हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही हरियाणा पुलिस ऑपरेशन पपला से दूर हो गई।
धीरे-धीरे कर अन्य राज्यों की पुलिस भी सुस्त पड़ गई। अब पपला की तलाश में केवल राजस्थान पुलिस ही जुटी है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार राजस्थान पुलिस को पिछले कई दिनों से हरियाणा और उत्तरप्रदेश के इलाकों में पपला के छिपे होने की सूचनाएं मिल रही है। पुलिस ने कई जगह दबिश भी दी, लेकिन पड़ोसी राज्यों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाने के कारण पपला राजस्थान पुलिस के हाथ नहीं आ पा रहा है।
राजस्थान पुलिस ने हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर भारी लवाजमें के साथ बीते बुधवार को पपला गुर्जर के महिमामंडन वाली रागनी लिखने वाले रोहित सरदना के गांव प्रहलादपुर (फरीदाबाद) में दबिश दी थी। राजस्थान पुलिस को पुख्ता सूचना थी कि पपला प्रहलादपुर गांव में छिपा हुआ है, लेकिन दबिश के दौरान पुलिस को वहां न तो पपला गुर्जर मिला और न ही रोहित सरदना। पुलिस को पूरा संदेह है कि पुलिस दबिश की पपला को पहले ही सूचना लग गई थी और वह फरार हो गया।