scriptनौनिहालों की अपार आईडी जरनेट करना बना शिक्षकों के लिए जी का जंजाल | Patrika News
अलवर

नौनिहालों की अपार आईडी जरनेट करना बना शिक्षकों के लिए जी का जंजाल

विद्यार्थी एवं उनके माता-पिता के आधार में त्रुटियों के चलते आ रही समस्या। पीईएन 12 अंकों का होगा, फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज, डिग्री और डिप्लोमा पर लगाम कस सकेगी।

अलवरNov 19, 2024 / 07:12 pm

Ramkaran Katariya

नौगांवा. शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में अध्ययनरत छात्र एवं छात्राओं की यूनिक आईडी परमानेंट एजुकेशन नंबर (पीईएन) के लिए चलाए जा रहे ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) में शिक्षकों को इन दिनों भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अपार आईडी के बाद एक देश एक स्टूडेंट के तहत जारी होने वाला पीईएन 12 अंकों का होगा। इससे विद्यार्थी का एक यूनिक नंबर जारी होने से फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज, डिग्री और डिप्लोमा पर लगाम कस सकेगी।
एक तरफ जहां शिक्षा विभाग के अधिकारी विद्यार्थियों की अपार आईडी जल्दी बनाने का शिक्षकों पर दबाव डाल रहे है, वहीं दूसरी ओर यू-डाइस में दर्ज विद्यार्थियों की डिटेल और उनके आधार व उनके माता-पिता के आधार कार्ड की डिटेल मैच नहीं होने के कारण अपार आईडी का निर्माण नहीं हो पा रहा है। इसलिए शिक्षकों के सामने समस्या आन खडी हो गई है।
यू-डाइस प्लस पोर्टल पर अपार आईडी का निर्माण

मुबारिकपुर महात्मा गांधी विद्यालय प्रधानाचार्य लीलाराम ने बताया कि अपार आईडी का निर्माण भारत सरकार के यू-डाइस प्लस पोर्टल से किया जा रहा है। इसके लिए जरूरी है कि विद्यालय का शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में यू-डाइस प्लस पोर्टल सक्रिय हो। साथ ही विद्यार्थी की यू-डाइस पोर्टल पर दर्ज डिटेल नाम, पिता का नाम, जन्म दिनांक एवं पता आदि और आधार कार्ड में डिटेल समान हो। इतना ही नहीं माता व पिता के आधार की डिटेल भी छात्र एवं छात्रा के आधार कार्ड की डिटेल से मैच होना भी बेहद जरूरी है।
यह आ रही समस्या

शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा विभाग के पास आधार कार्ड को अपडेट करने की कोई व्यवस्था नहीं है, वहीं कई विद्यार्थियों के पास तो आधार कार्ड ही नहीं है। इसके अलावा आधार कार्ड में अपडेशन के लिए अभिभावक की सहमति भी जरूरी है। इसमें अभिभावक की शैक्षणिक योग्यता भी पूछी जा रही है, लेकिन कई अभिभावक अपनी योग्यता बताना ही नहीं चाहते। पोर्टल पर माता-पिता या अभिभावक का सही मोबाइल नंबर भी उपलब्ध होना चाहिए। समस्या यह भी आ रही है कि कुछ के पास मोबाइल नंबर तक भी नहीं है।
केस-1

यू-डाइस प्लस पोर्टल पर एक छात्र का नाम संदीप सिंह पुत्र जग्गा सिंह है, जबकि उसके पिता के आधार में नाम केवल जग्गा है। पिता के नाम के आगे सरनेम नहीं होने के कारण मिसमैच हो रहा है।
केस- 2

यू-डाइस प्लस पोर्टल पर एक छात्र सरफराज पुत्र याकूब खान दर्ज है, जबकि आधार कार्ड में उसके पिता का नाम याकूब खा है। इस प्रकार मिस मैच होने के कारण अपार आईडी नहीं बन पा रही है।
जल्द समाधान हो जाएगा

यदि किसी विद्यार्थी के डाटा में सामान्य बिंदी अथवा मात्रा की गलती है, तो सीबीईओ की स्वीकृति से यू-डाइस में संशोधित किया जा सकता है, लेकिन यदि बडा बदलाव है तो आधार में अभिभावकों को संशोधन कराना पडेगा। अपार में कुछ तकनीकी समस्या भी आ रही है, उनके समाधान के लिए उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है। जल्द समाधान हो जाएगा।
मुकेश किराड अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, अलवर।

Hindi News / Alwar / नौनिहालों की अपार आईडी जरनेट करना बना शिक्षकों के लिए जी का जंजाल

ट्रेंडिंग वीडियो