उपस्थिति रजिस्टर में 19 में से 16 उपस्थित दिखाए हुए थे। जबकि मौके पर केवल 5 जने थे। सीट पर तीन कर्मचारी ही थे। रिसेप्शनिस्ट रतीराम के अलावा कनिष्ठ लिपिक अशोक कुमार, सहायककर्मी भरतलाल सीट पर कार्य करते मिले। इसके अलावा हैल्पर सुशील व रामावतार शर्मा भी परिसर में ही थे। इसी कार्यालय में प्रथम मंजिल पर अभियंता शाखा में अधिकतर कर्मचारी व अधिकारी मौजूद थे।
शाम चार बजे से पहले ही चले गए शुक्रवार शाम चार बजे आवासन मण्डल के उपायुक्त कार्यालय में दो लिपिक व तीन सहायककर्मियों के अलावा कोई नहीं था। हालांकि उपस्थिति रजिस्टर में उनकी हाजिरी लगी हुई थी। जब कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी तो अधिकतर आए हैं। इस समय पांच कर्मचारी ही मौजूद हैं।
लेखा व तकनीकी शाखा में लाइट बंद उपायुक्त कार्यालय में लेखा व तकनीकी शाखा कक्ष में कोई अधिकारी व कर्मचारी नहीं मिला। कक्ष की लाइट तक बन्द मिली। जबकि रजिस्टर में अधिकतर कर्मचारी मौजूद थे। अधिकारियों के उपस्थित नहीं होने का कारण कोई नहीं बता पा रहा था।
कुछ देर काम से बाहर गए शाम चार बजे किसी कार्य के लिए शहर में ही गए थे। साढ़े चार बजे वापस आ गए। मेरे जाने तक कर्मचारी थे। यदि बाद में मनमर्जी से गए हैं तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
ईश्वर रंगनानी, उपायुक्त, आवासन मण्डल अलवर