scriptप्रदेश में सरकार बदलते ही विकास के कार्य रुके, कई बड़े प्रोजेक्ट्स बीच में अटके | Government Projects Of Alwar : Government Projects Stop In Alwar | Patrika News

प्रदेश में सरकार बदलते ही विकास के कार्य रुके, कई बड़े प्रोजेक्ट्स बीच में अटके

locationअलवरPublished: Jun 23, 2019 09:45:09 pm

Submitted by:

Hiren Joshi

Government Projects Of Alwar : प्रदेश में सरकार बदलते ही कई प्रोजेक्ट रुक गए।

Government Projects Of Alwar : Government Projects Stop In Alwar

प्रदेश में सरकार बदलते ही विकास के कार्य रुके, कई बड़े प्रोजेक्ट्स बीच में अटके

अलवर. जिले भर में सडक़, मेडिकल कॉलेज, बाइपास जैसे कुछ बड़े विकास के कार्य सरकार बदलने के बाद कहीं बंद हो गए हैं तो कहीं धीमे पड़ गए हैं। जनता के जहन में यह सवाल आना लाजिमी है कि कहीं सरकार बदलने का खमियाजा तो नहीं भुगतना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय अलवर शहर से लेकर दूर दराज के कुछ विकास के कार्यों पर नजर पड़ती है तो यह तस्वीर सामने आती है कि चलते हुए काम भी अब रुके हुए हैं। हालांकि जिन कार्यों के कार्यादेश जारी हो चुके हैं उनको पूरा किया जाना है। फिर भी किसी काम के रुकन व धीमे पड़े पर सवाल उठने लगे हैं। आइए एक नजर डालतें हैं ऐसे कुछ चालू कामकाज व होने वाले विकास के कार्यों पर। ताकि सरकार जन भावना को समझ उनकी गति को तेज करे।
16.61 करोड़ की बर्डोद-शाहजहांपुर रोड का निर्माण रुक रहा

एनसीआर प्रोजेक्ट के तहत बर्डोद से शाहजहांपुर रोड का निर्माण पिछले कई माह से रुका हुआ है। जबकि यह रोड सबसे बुरे हाल में है। आधे-अधूरे निर्माण से आमजन की राह और अधिक कठिन हो गई है। निर्माण करने वाली एजेंसी व जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रोड तो पूरा बनेगा। ठेकेदार के कारण काम की गति धीमी है। जबकि असलियत में कई महीनों से काम नहीं हो रहा है। इस परेशानी को देखते हुए कुछ जागरूक मतदाताओं ने इस सडक़ का मामला लोक अदालत तकलेकर गए हैं। जहां मामले की सुनवाई भी चल रही है।
मेडिकल कॉलेज की संभावना खत्म

पिछली सरकार के समय अलवर जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज खोलने की घेाषणा के बाद जमीन चिह्नित की गई लेकिन, मौजूदा सरकार ने आकर मेडिकल कॉलेज को ही खत्म कर दिया। मतलब यह प्रोजेक्ट ही निरस्त हो गया। अब राज्य सरकार से मेडिकल कॉलेज बनाने की संभावनाएं पूरी तरह खत्म हो गई हैं। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भी एक डिस्पेंसरी की तरह चल रहा है। जिसको लेकर अभी तक केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर कोई निर्णय नहीं ले सकी हैं।
7.5 करोड़ का खैरथल का बाइपास अधूरा

खैरथल का बाइपास का उद्घाटन तो पिछले साल सितम्बर माह में ही हो गया लेकिन, निर्माण अभी तक गति नहीं पकड़ पाया है। पहले जमीन अधिग्रहण के मुआवजे के कारण कई महीनों तक काम रुका रहा। अब किसानों को मुआवजा भी मिल चुका है। उसके बावजूद भी बाइपास का निर्माण अधूरा पड़ा है। कई महीने पहले बाइपास का निर्माण शुरू तो हुआ लेकिन, अब अटका हुआ है। करीब 7.5 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाना है। अभी कार्य रुका हुआ है।
शहर की सबसे पुरानी रोड अधूरी

अलवर शहर की सबसे पुरानी रोड में से एक सामान्य अस्पताल से रेलवे जंक्शन जाने वाले रास्ते पर सडक़ निर्माण का कार्य रुक-रुक कर चल रहा है। कई महीने पहले कुछ दूरी की सडक़ बन चुकी है। अब करीब 15 दिन पहले वापस सडक़ को खोदा गया है। फिर थोड़ी बहुत सडक़ बना कर काम अधूरा छोड़ दिया। जबकि यह एक ही पैकेज की रोड है। जिसका कार्य बीच-बीच में रुक रहा है।
138 करोड़ की रामगढ़ रोड का काम शुरू नहीं

रामगढ़ रोड को बनाए जाने की स्वीकृति करीब 1.5 साल पहले हो चुकी है। यह करीब 12 मीटर चौड़ाई मे मुख्य रोड और 5.5 मीटर की मुख्य सर्विस रोड बनेगी। करीब 138 करोड़ रुपए के बजट में रोड बनाई जानी है। रोड की स्वीकृति के बाद आगे की प्रक्रिया धीमी है। जिसके कारण काम शुरू नहीं हो सका है। जबकि पिछले चुनावो में यह रोड बड़ा मुद्दा बना। चुनावों के बाद प्रक्रिया ही धीमी पड़ गई। अब अधिकारी बता रहे हैं कि सोमवार को ही टेण्डर खुलने वाले हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो