अलवर

एक ऐसा शिक्षक जिसने 13 साल से नहीं देखी स्कूल की शक्ल, मंत्रीजी देखिए, शिक्षा विभाग में चल रहा यह कैसा खेल

एक ऐसा शिक्षक है जो 13 साल से स्कूल तक नहीं गया। शिक्षा विभाग में बड़ा खेल चल रहा है।

अलवरFeb 22, 2020 / 05:37 pm

Lubhavan

एक ऐसा शिक्षक जिसने 13 साल से नहीं देखी स्कूल की शक्ल, मंत्रीजी देखिए, शिक्षा विभाग में चल रहा यह कैसा खेल

अलवर. अलवर जिले में रोक के बावजूद शिक्षा विभाग में प्रति नियुक्तियों की अंधेरगर्दी रुक नहीं रही है। शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते अलवर जिले में एक ऐसा भी सरकारी स्कूल है जिसका शिक्षक 13 साल से स्कूल ही नहीं गया।
उमरैण ब्लॉक का सरकारी स्कूल राजकीय माध्यमिक विद्यालय खेरली पिचनोत में कार्यरत एक शिक्षक घनश्याम गुप्ता 13 वर्ष पहले चुनाव सम्बन्धी कार्यों में प्रति नियुक्ति पर अलवर एसडीएम कार्यालय गए और वापस लौट कर ही नहीं आया। वह कभी मालाखेड़ा तहसीलदार तो कभी अलवर एसडीएम कार्यालय में ड्यूटी लगवा लेता है। इस मामले में संस्था प्रधान कल्पना यादव का कहना है कि कई बार अधिकारियों को इस शिक्षक की प्रति नियुक्ति रद्द करने के पत्र लिखे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि जब भी शिक्षक घनश्याम गुप्ता से इस बारे में बात की तो वह कहता है कि मैडम, आप इस बारे में मुझसे बात मत करो, मालाखेड़ा तहसीलदार से बात कर लीजिए। प्रति नियुक्ति समाप्त करवाने के लिए कई बार ग्रामीण भी प्रशासन के पास गए लेकिन कुछ नहीं हुआ।
इधर, शिक्षक घनश्याम गुप्ता का कहना है कि करीब 13 साल से प्रति नियुक्ति पर रहकर चुनाव का काम देख रहा हूं, कभी-कभी स्कूल चला जाता हूं। प्रशासन अपने काम के लिए मुझे यहां बुलाता हैं तो मैं क्या कर सकता हूं। ब्लॉक मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी पूनम गोयल का कहना है कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। मैं अब शिक्षक को कार्य मुक्त करवाऊंगीं।
ये है मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का हाल

मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय बालेटा के यूडीसी सर्वेश कुमार कई सालों से हैं। स्कूल प्रिंसीपल कैलाश मीणा सहित कई पूर्व संस्था प्रधानो ने पत्र लिखकर उसे रिलीव करने को कहा, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। पिछले दिनों पत्रिका में समाचार छपा तो दो कर्मचारियों को रिलीव कर दिया। इसी प्रकार राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय माचाड़ी ब्लॉक रैणी के मंत्रालयिक कर्मचारी तेज कुमार शर्मा कई वर्षों से मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हैं।
ये कैसी निगरानी

जिला मुख्यालय पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक लेवल पर भी जिला शिक्षा अधिकारी का पद है। इसके बावजूद शिक्षक वर्षों से प्रति नियुक्ति पर है। स्वयं मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ही रोक के बावजूद अपने कार्यालय में प्रति नियुक्ति होकर बैठे हैं।
इधर, मालाखेड़ा तहसीलदार अनुराग हरित का कहना है कि दो शिक्षक मेरे कार्यालय में चुनाव कार्य देख रहे हैं। घनश्याम गुप्ता मेरे यहां अधिक समय से नहीं है। यदि इससे स्कूल प्रभावित हो रहा है तो वापस भेज देंगे।

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