सुबह 11 बजे से चली यह कार्रवाई देर रात तक चलती रही। जिसमें करोड़ों की जीएसटी चोरी सामने आने की संभावना है। केन्द्रीय गुड्स एंड सर्विस टैक्स के सहायक कमिश्नर वी. के.जे. पिल्लई के निर्देशन में सुबह 10 बजे एक दर्जन से अधिक विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी एक साथ यहां पहुंचे। इस टीम ने एक साथ चार उत्पादक इकाई यानि फैक्ट्री और एक विक्रय के लिए बने आउटलेट पर पहुंचे। पुलिस के साथ पहुंचे इन दलों ने यहां बनने वाले जूते व चप्पलों के स्टॉक को अपने कब्जे में लिया। इसके साथ ही कच्चा माल और यहां से बिकने वाले माल की जानकारी ली।
इनके यहां इतना स्टॉक और माल था कि विभाग की यह कार्रवाई देर रात तक चलती रही। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एवन फुटवियर पर जीएसटी चोरी की शिकायत मिलने पर इस पर विभाग की नजर थी। इस कार्रवाई में कितने की जीएसटी चोरी सामने आई है, इसका पता शुक्रवार सुबह तक फाइनल होने के बाद ही पता लग सकेगा। प्रारम्भिक जांच में यह चोरी लाखों में हैं जो बढ़ भी सकती है।
कई माह से थी विभाग की निगाह केन्द्रीय जीएसटी विभाग की इस कम्पनी पर कई माह से निगाह थी। इसके लिए एक दल इस पर नजर रखे हुए था, जिसकी खबर कम्पनी के लोगों को बिल्कुल भी नहीं थी। इस कार्रवाई के बाद इसकी जानकारी आयकर विभाग के भी सक्रिय होने की संभावना है।
पूरी तरह गोपनीय रखी कार्रवाई केन्द्रीय गुडस एंड सर्विस टैक्स विभाग की ओर से इस कार्रवाई को पूरी तरह गोपनीय रखा गया। विभाग के वाहन भी फैक्ट्री के अंदर ही रखे गए और देर शाम तक किसी को अंदर नहीं जाने दिया और अंदर वालों को बाहर नहीं जाने दिया गया। रीको औद्योगिक क्षेत्र के एक बड़े प्लांट पर दोपहर एक बजे श्रमिकों की छुट्टी कर उन्हें भेज दिया गया।
खैरथल से कई राज्यों और विदेशों में जाते हैं फुटवियर खैरथल की यह कम्पनी देश के कई राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में जूते ओर चप्पल भेजती है। इस कम्पनी ने एक दशक में अपना टर्न ओवर कई गुना बढ़ा लिया है। इस कम्पनी की चप्पले विदेशों में भी जाती हैं। यहां बहुत से परिवारों ने इसे कुटीर उद्योग के रूप में अपनाया है।