विधायक बेनीवाल ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दल एक-दूसरे के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का कार्य करते हैं। किसानों, जवानों, नो जवानों सहित अन्य वर्गों की मांगों को लेकर 7 दिसम्बर 2016 से आंदोलनरत है। अब तक वे नागौर, बाडमेर, बीकानेर व सीकर में रैली का आयोजन कर चुके हैं। अब 29 अक्टूबर को जयपुर में महा हुंकार रैली का आयोजन कर रहे हैं। इसमें प्रदेश भर से लोग शामिल होंगे। इस रैली में नए राजनीतिक दल की भी घोषणा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीसरे मार्चे के गठन के लिए बसपा, भारत वाहिनी पार्टी समेत अन्य दलों से बातचीत चल रही है। उनका प्रयास है कि तीसरा मोर्चा प्रदेश की सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़े। यदि उनके दल का समझौता नहीं भी होता है वे अकेले चुनाव लड़ेंगे। उनकी प्रमुख मांगों में किसानों का 82 हजार करोड़ का कर्ज माफ करने, प्रदेश में पूर्ण टोल मुक्ति, हर खेत को पानी, हर हाथ को काम सहित अन्य मांग शामिल हैं।
जिले के जाट बहुल क्षेत्रों पर नजर विधायक बेनीवाल ने दो दिवसीय अलवर जिले के दौरे का प्रयोजन जयपुर हुंकार रैली के लिए समर्थन जुटाना बताया है, लेकिन चुनावी दौर में इस दौरे को जाट बहुल क्षेत्रों पर उनकी नजर से जोड़ कर देखा जा रहा है। अलवर जिले में मुण्डावर, बानसूर, रामगढ़, अलवर ग्रामीण सहित कुछ अन्य विधानसभा क्षेत्रों में जाट मतदाता अच्छी संख्या में है। इस कारण बेनीवाल आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतार जिले में पकड़ बनाने के प्रयास में हैं।
अलवर से दिल्ली व जयपुर को जाता है रास्ता बेनीवाल ने कहा कि अलवर से दिल्ली व जयपुर को रास्ता जाता है, इसलिए वे अलवर में अपनी हुंकार रैली के लिए समर्थन जुटाने आए हैं। विश्वविद्यालय के समय में अलवर के अनेक युवा उनके साथ रहे हैं। दो दिवसीय अलवर जिले के दौरे में विभिन्न तहसील क्षेत्रों में जाकर लोगों को रैली के लिए पीले चावल देकर आमंत्रित कर रहे हैं। बेनीवाल का शालीमार के सामने, टैल्को चोराहे,शिवाजी पार्क, बिजली घर चौराहे सहित कई स्थानों पर युवाओं ने माला पहनाकर स्वागत किया।