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ताले में बंद है एेतिहासिक इमारत, सागर में छाई गंदगी, दुर्गन्ध से पर्यटक परेशान

locationअलवरPublished: Nov 22, 2019 02:00:34 am

Submitted by:

Pradeep

फतेहजंग गुंबद का खो गया नूर, अभी सही नहीं हो पाया शिखर

ताले में बंद है एेतिहासिक इमारत, सागर में छाई गंदगी, दुर्गन्ध से पर्यटक परेशान

ताले में बंद है एेतिहासिक इमारत, सागर में छाई गंदगी, दुर्गन्ध से पर्यटक परेशान

अलवर. जिला मुख्यालय अलवर पर आयोजित होने वाले मत्स्य उत्सव के आगाज में महज दो दिन ही शेष हैं, लेकिन शहर के पर्यटक स्थलों की हालत अभी तक सुधर नहीं पाई है।
शहर के अधिकतर पर्यटक स्थल अब तक जीर्ण शीर्ण हालत में हैं, यहां पर गंदगी के चलते पर्यटकों को परेशानी का सामना करने के साथ ही शहर की छवि पर भी विपरीत असर पडऩे की आशंका है। इतना ही नहीं पर्यटक यहां पानी व शौचालय जैसे मूलभुत सुविधाओं के भी मोहताज है।
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की धरोहर में शाामिल फतेहजंग गुंबद गुमनामी के अंधेरे में खोता जा रहा है। रेलवे स्टेशन के नजदीक और पर्यटन विभाग कार्यालय से महज कुछ कदम की दूरी पर स्थित इस इमारत का काफी हिस्सा अब भी गिराऊ हालत में है। २ मई २०१७ को अलवर में आए भीषण तूफान ने गुंबद के शिखर को नुकसान पहुंंचाया, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी न तो पुरातत्व विभाग ने इसकी सुध ली और न ही पर्यटन विभाग ने।
यह इमारत काफी प्राचीन है। दो साल पूर्व आए तूफान ने इस एेतिहासिक इमारत की प्रथम मंजिल के छज्जों को गिराऊ स्थिति में पहुंचा दिया है। इसके साथ ही अंदर की छत इतनी कमजोर है कि उसकी पट्टियां सरकने लगी है। लेकिन यह अभी तक सही नहीं हो पाई है। इसको लेकर हर बार यही कहा जाता है कि प्रस्ताव बनाया गया है लेकिन अभी तक इसके लिए कोई बजट जारी नहीं किया गया है। इसके चलते यहां ताला ही लटका हुआ है। पर्यटक इसको अंदर से नहीं देख पा रहे हैं। इतना ही नहीं इमारत के आसपास हो रहे अतिक्रमण को भी प्रशासन नहीं हटवा पाया है। जबकि शहर में आए दिन अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाता रहा है। जिला कलक्टर कार्यालय के सबसे नजदीक पर्यटक स्थल सागर जलाशय में गंदगी के चलते पर्यटकों का यहां रुकना मुश्किल हो जाता है। यहां पर सफाई हुए महीनों बीत गए, जिससे दुर्गन्ध के हालत बने हैं। जबकि सफाई का नगर परिषद ठेका भी देती है। स्थानीय निवासी भी इसकी शिकायत जिला प्रशासन को कर चुके हैं।
जनाना महल में उगे पौधे, पिछला हिस्सा है गिराऊ
सिटी पैलस के समीप स्थित जनाना महल में पेड़ पौधे पनपने लगे हैं। इस कारण एेतिहासिक इमारत पूरी तरह से जर्जर हो रही है। इमारत की दीवारें जगह- जगह से झडऩे लगी है। ऊपरी मंजिल से पत्थर सरकने लगे हैं, छज्जे गिराऊ हालत में हैं। इस भवन का पिछला हिस्सा हर बार आने वाली बरसात में ढह जाता हैं। पिछला हिस्सा पूरी तरह से जर्जर हो जाता चुका है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है।
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