चिकित्सक देर तक कर रहें हैं इलाज एक तरफ चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी डेपूटेशन के चलते अपने पदों पर लौट गए हैं वहीं व्यवस्था सुचारू करने के लिए चिकित्सकों को एक जगह से दुसरी जगह लगाने से इन दिनों अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सामान्य चिकित्सालय में मरीजों को घंटों इंतजार के बाद भी इलाज नहीं मिल पा रहा है। एक चिकित्सक के पास प्रतिदिन डेढ सौ से ज्यादा मरीज आ रहे हैं, इसके चलते चिकित्सक देर तक सेवाएं दे रहे हैं। सामान्य चिकित्सालय व शिशु चिकित्सालय में इन डोर मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है।
ओपीडी में मात्र तीन चिकित्सक, मरीज परेशान शिशु चिकित्सालय में वर्तमान में करीब तेरह शिशु रोग चिकित्सक लगाए गए हैं। इसमें दो महिला चिकित्सक मेटेरनिटी लीव पर है। एक चिकित्सक को महिला अस्पताल में लगा दिया है। जबकि तीन चिकित्सक इन दिनों ट्रेनिंग पर गए हुए हैं। ऐसे में सात चिकित्सक यहां कार्यरत है। इनमें से डे डयूटी, नाइट डे डयूटी, इनडोर राउंड के साथ साथ एक चिकित्सक अवकाश पर रहता है। ऐसे में ओपीडी में मात्र तीन चिकित्सक ही मिल पा रहे हैं। जबकि ओपीडी लगातार बढ़ती जा रही है।
बाहर का खाने पीने से परहेज करें शिशु चिकित्सक नीरज जैन ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आठ से दस मामले पीलिया के आ रहे हैं। इन दिनों बाहर का कुछ भी खाने पीने से पहले इसकी शुद्धता व गुणवत्ता को जांच लेना चाहिए। कोल्ड डि्ंक पीते समय और आइसक्रीम खाते समय सावधानी रखने की जरुरत है। मरीजों में पेट दर्द, उल्टी दस्त , डायरिया के साथ साथ , वायरल के मरीजों में खांसी के लक्ष् ण् मिल रहे हैं। इसके साथ ही एनीमिया के मरीज भी आने लगे हैं। गर्मी तेज है इसलिए घी , तेल से बना गरिष्ठ भोजन कम खाना चाहिए। पानी समय समय पर पीने की जरुरत है। धूप तेज है ऐसे में जरुरी होने पर ही घर से बाहर रखें।
वर्जन --- अस्पताल की व्यवस्थाओं को संभालने के लिए चिकित्सकों को यहां से वहां लगाया गया है। जो स्टाफ है उससे ही बेहतर काम लिया जा रहा है हालांकि ओपीडी लगातार बढ़ रही है। रेजिडेंट डाक्टर्स भी लगाए गए हैं। पेंट में इफेंक्शन के चलते पीलिया के मामले बढे़ हैं। एमटीसी वार्ड को बच्चों के वार्ड में शिफ्ट करने की तैयारी है जिससे स्टाफ का सदुपयोग हो।डा. विजय चौध् री, डिप्टी पीएमओ, सामान्य चिकित्सालय, अलवर।