हर किसी की जुबां पर एक ही सवाल
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने शुक्रवार शाम प्रेसवार्ता में कहा कि घटना के बाद पीडि़ता का मेडिकल कराया गया। इसके बाद विशेषज्ञ चिकित्सकों के पैनल ने मेडिकल रिपोर्ट तैयार की। जिसमें पीडि़ता के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है। पीडि़ता के साथ क्या घटना हुई है इसका पता लगा रहे हैं। पुलिस के इस खुलासे बाद हर किसी की जुबां पर एक ही सवाल है कि यदि पीडि़ता के साथ बलात्कार नहीं हुआ तो फिर उसके गुप्तांगों में इतना गहरा कट कैसे लग गया।
शरीर पर कहीं भी चोट और रगड़ के निशान नहीं मिले
पीडि़ता के शरीर पर कहीं भी किसी प्रकार की चोट या रगड़ के निशान नहीं मिले हैं। यदि उसका एक्सीडेंट होता तो गिरने से शरीर पर अन्य जगह चोट या रगड़ लगती तथा उसके कपड़े भी फटते, लेकिन पीडि़ता शरीर पर गुप्तांग के अंदर गहरे कट के अलावा अन्य कोई चोट या रगड़ नहीं मिली है तथा न ही उसके कपड़े फटे हुए मिले हैं।३०० मीटर के बीच क्या हुआ? पता लगाने में पुलिस फेल
मूक बधिर नाबालिग से हुई घटना को लेकर पड़ताल में जुटी अलवर पुलिस की टीम का नेटवर्क, कार्ययोजना और साइंटिफिक इंवेस्टीगेशन सबकुछ फेल साबित हो रहा है। यदि बच्ची ओवरब्रिज पर सही हालत में चढ़ती नजर आ रही है तो फिर वहां से करीब ३०० मीटर दूर घटनास्थल के बीच पीडि़ता के साथ क्या घटना घटित हुई। इसका पता लगाने में पुलिस की टीमें फेल नजर आ रही है।ओवरब्रिज पर जांच में जुटी रही पुलिस
मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं होने के बाद अब पुलिस की जांच तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर केंद्रित हो गई है। घटना के चौथे दिन शनिवार को पुलिस की टीमें दिनभर तिजारा फाटक ओवरब्रिज के ऊपर और आसपास इलाकों में छानबीन में जुटी रही। पुलिस आसपास इलाकों में पूछताछ और सीसीटीवी कैमरे खंगालती रही, लेकिन अभी तक पुलिस को घटना के बारे में पता नहीं चल सका है।घटना का पता नहीं चला, सेम्पल भेजे
मूक बधिर नाबालिग की मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है। उसके साथ क्या घटना घटित हुई, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। घटना के बारे में पता लगाने के पुलिस की टीमें जुटी जुई हैं। पीडि़ता के गुप्तांग में गहरा कट कैसे लगा यह मेडिकल एक्सपर्ट ही बता सकते हैं। घटनास्थल से जुटाए गए साक्ष्य और सेम्पलों को जांच के लिए एफएसएल भिजवा दिया गया है।
– तेजस्विनी गौतम, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर।
पीडि़ता के शरीर पर कहीं भी किसी प्रकार की चोट या रगड़ के निशान नहीं मिले हैं। यदि उसका एक्सीडेंट होता तो गिरने से शरीर पर अन्य जगह चोट या रगड़ लगती तथा उसके कपड़े भी फटते, लेकिन पीडि़ता शरीर पर गुप्तांग के अंदर गहरे कट के अलावा अन्य कोई चोट या रगड़ नहीं मिली है तथा न ही उसके कपड़े फटे हुए मिले हैं।३०० मीटर के बीच क्या हुआ? पता लगाने में पुलिस फेल
मूक बधिर नाबालिग से हुई घटना को लेकर पड़ताल में जुटी अलवर पुलिस की टीम का नेटवर्क, कार्ययोजना और साइंटिफिक इंवेस्टीगेशन सबकुछ फेल साबित हो रहा है। यदि बच्ची ओवरब्रिज पर सही हालत में चढ़ती नजर आ रही है तो फिर वहां से करीब ३०० मीटर दूर घटनास्थल के बीच पीडि़ता के साथ क्या घटना घटित हुई। इसका पता लगाने में पुलिस की टीमें फेल नजर आ रही है।ओवरब्रिज पर जांच में जुटी रही पुलिस
मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं होने के बाद अब पुलिस की जांच तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर केंद्रित हो गई है। घटना के चौथे दिन शनिवार को पुलिस की टीमें दिनभर तिजारा फाटक ओवरब्रिज के ऊपर और आसपास इलाकों में छानबीन में जुटी रही। पुलिस आसपास इलाकों में पूछताछ और सीसीटीवी कैमरे खंगालती रही, लेकिन अभी तक पुलिस को घटना के बारे में पता नहीं चल सका है।घटना का पता नहीं चला, सेम्पल भेजे
मूक बधिर नाबालिग की मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है। उसके साथ क्या घटना घटित हुई, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। घटना के बारे में पता लगाने के पुलिस की टीमें जुटी जुई हैं। पीडि़ता के गुप्तांग में गहरा कट कैसे लगा यह मेडिकल एक्सपर्ट ही बता सकते हैं। घटनास्थल से जुटाए गए साक्ष्य और सेम्पलों को जांच के लिए एफएसएल भिजवा दिया गया है।
– तेजस्विनी गौतम, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर।