scriptभिवाड़ी में सौ रुपए के नकली नोट चलाते दो पकड़े, तीन भाग छूटे | In Bhiwadi holding fake currency notes of 100 rupees, two caught, thre | Patrika News

भिवाड़ी में सौ रुपए के नकली नोट चलाते दो पकड़े, तीन भाग छूटे

locationअलवरPublished: Dec 10, 2019 06:32:12 pm

Submitted by:

Pradeep

मामले को दबाने में लगे रहे थाना प्रभारी, पत्रिका की सूचना पर एसपी ने किया हस्तक्षेप

भिवाड़ी में सौ रुपए के नकली नोट चलाते दो पकड़े, तीन भाग छूटे

भिवाड़ी में सौ रुपए के नकली नोट चलाते दो पकड़े, तीन भाग छूटे

अलवर/भिवाड़ी. यूआईटी सेक्टर स्थित मेला ग्राउंड में चल रहे मेगा ट्रेड फेयर में सोमवार शाम कपड़े खरीदने आए पांच युवकों ने ६०० रुपए के कपड़ेे खरीदकर उनके भुगतान के लिए दुकानदार को सौ-सौ रुपए के ६ जाली नोट थमा दिए। दुकानदार को शक हुआ तो पांच में से तीन युवक भाग छूटे। इसी दौरान दुकानदार ने मेला प्रबंधक श्यामलाल और हरिओम को सूचना देकर उनमें से दो जनों को पकड़कर पुलिस को इत्तिला दी। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों सहित नकली नोट और मेला प्रबंधक श्यामलाल को यूआईटी-थर्ड पुलिस थाने ले गई।
दरअसल मेगा ट्रेड फेयर में सोमवार सायं ७.३० शर्ट विक्रेता वतन भाई की दुकान पर ५ जने पहुंचे और उन्होंने ६०० रुपए के वस्त्र खरीदे। वस्त्र पैक कराकर भुगतान के लिए उन्होंने १००-१०० रुपए के ६ नए नोट दुकानदार वतन को थमाए। नोटों को हाथ में लेकर शक होने पर वतन ने मेला प्रबंधक श्यामलाल और हरिओम को बुलाकर नोट दिखाए। सभी ने उन्हें नकली नोट होना करार देकर शक जाहिर किया। इसी दौरान ५ में से ३ जने वहां से गायब हो गए। जिससे मेला प्रबंधन और दुकानदार का शक और मजबूत हुआ। उन्होंने शेष बचे दोनों जनों को अन्य लोगों की मदद से दुकान पर बैठा लिया और यूआईटी-थर्ड थाना को इत्तिला दी।
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे यूआईटी थाना प्रभारी सवाईसिंह रत्नू मेला प्रबंधक सहित दोनों आरोपियों को पुलिस थाने ले गए। जहां आरोपियों के साथ मेला प्रबंधक को भी उसका मोबाइल छीनकर बैठा दिया और मुस्तगीस के विरोध जताने पर उसे मेला बंद कराने की धमकी दे डाली। पत्रिका ने थाना प्रभारी रत्नू से पूछा तो मामले को दबाने की कोशिश करते हुए नकली नोटों को मनोरंजन बैंक के नोट बताया। जबकि नोटों के फोटो देखने पर साफ पता लग रहा था कि सभी नोट रिजर्व बैंक लिखे हुए नकली नोट हैं। साथ ही अपना स्टेटमेंट देने के लिए अधिकारियों के साथ जांच करने की बात कहकर टालते रहे। जिस पर पत्रिका ने पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीपसिंह कपूर को नोटों और पकड़े गए दोनों आरोपियों की फोटो भेजकर मामले में पुलिस का वक्तव्य चाहा। जिस पर उन्होंने मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए थोड़ी देर में जवाब देने को कहा।
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