अलवर शहर में नगर परिषद के पास केवल दो ही मल टैंकर हैं। इनके अलावा कई दर्जन मल टैंकर मनमर्जी से चल रहे हैं। जो शहर में मनमर्जी से शुल्क लेकर सैप्टिक टैंक चला और खुल नालों में मल बहा जनता को बीमारियां दे रहे हें। आए दिन मनुमार्ग, राजर्षि कॉलेज रोड़, नेहरू गार्डन के निकट, काली मोरी सहित अनेक जगहों पर खुले नालों में सैप्टिक टैंकों का मल बहाया जा रहा है। जिससे आसपास के क्षेत्र में बदबू से मुश्किल होती है। खूब विरोध होने के बाद भी नगर परिषद ने कार्रवाई नहीं की। अब चुनाव के समय एक ही दिन में चार टै्रक्टर जब्त कर यह दिखाने का प्रयास हो रहा है कि नगर परिषद को जनता की परवाह है।
आमजन को जानकारी नहीं
नगर परिषद की ओर से सैप्टिक टैंक साफ कराने की व्यवस्था की जानकारी आमजन तक नहीं है। जिसके कारण लोगों को निजी टैंकर मंगाने पड़ते हैं। उनका कोई निर्धारित शुल्क भी नहीं है। कई बार तो मजबूरी में बहुत अधिक शुल्क वसूल लिया जाता है। हालांकि नगर परिषद की ओर से करीब ५०० रुपए शुल्क तय है।
जुर्माना की जानकारी भी नहीं
नगर परिषद ने टैंकर व ट्रैक्टर तो जब्त कर लिए लेकिन जुर्माना वसूलने की कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है। इस बारे में जिम्मेदार कर्मचारियों को भी नहीं पता कि कितनी राशि जुर्माना के रूप में वसूल की जाएगी।