विदेशों तक जुड़े है तार गोतस्करों के तार दूसरे राज्यों सहित विदेशों से जुड़े हुए है। ज्यादातर ये गोवंश को हरियाणा लेकर जाते है। पिछले दिनों रामगढ़ में पुलिस गिरफ्त में आए गोतस्करों ने गोवंश को ज्यादातर हरियाणा के कोट ऊटावड़ा में ले जाना बताया।
ये बनाई चौकियां
ये बनाई चौकियां
गोतस्करी रोकने के लिए पुलिस ने बॉर्डर एरिया में छह चौकियां स्थापित की है। इनमें चिकानी,नटनी का बारा, नसवाडी रोड (गोविन्दगढ़), अमलाकी (भिवाड़ी) ,जैरोली (तिजारा) व अलावड़ा(रामगढ़) में गोरक्षा चौकियां शामिल है। नए रास्ते किए इजाद
गोरक्षा चौकियां खुलने के बाद गोतस्करों ने भी अपना रूट बदल लिया है। अब वे जहां-जहां चौकियां है,उनकी जगह दूसरे रास्तों से शहर में प्रवेश करते हैं। पुलिस से बचने के लिए भी इनका अपना नेटवर्क हंै। गोतस्करों से करीब एक-दो किलोमीटर आगे इनका दूसरा वाहन चलता है, जो रास्ते में पुलिस के होने अथवा नहीं होने की सूचना देता रहता है। पुलिस के होने की सूचना पर गोतस्कर तुरन्त अपना मार्ग बदल लेते है। गोतस्करों के रास्ते में रूकावट बनने वाले स्थानीय लोगों को भी निशाना बनाने में ये नहीं चूकते है। इस तरह की कई वारदातें हो चुकी है।