scriptअलवर के सबसे चर्चित इंदू अग्रवाल हत्याकांड पर आया फैसला, दुष्कर्म व हत्या के आरोपी नौकर को किया दोषमुक्त | Indu agarwal hatyakand : judgement on indu agarwal hatyakand of alwar | Patrika News

अलवर के सबसे चर्चित इंदू अग्रवाल हत्याकांड पर आया फैसला, दुष्कर्म व हत्या के आरोपी नौकर को किया दोषमुक्त

locationअलवरPublished: Jun 23, 2018 10:39:45 am

Submitted by:

Prem Pathak

अलवर के सबसे चर्चित इंदू अग्रवाल हत्याकांड पर किशोर न्याय बोर्ड ने सुनाया फैसला।

Indu agarwal hatyakand : judgement on indu agarwal hatyakand of alwar

अलवर के सबसे चर्चित इंदू अग्रवाल हत्याकांड पर आया फैसला, दुष्कर्म व हत्या के आरोपी नौकर को किया दोषमुक्त

अलवर. किशोर न्याय बोर्ड की खण्ड पीठ ने शुक्रवार को महिला से दुष्कर्म व हत्या के तीन साल पुराने हाई प्रोफाइल मामले में आरोपी नौकर को साक्ष्य अभाव में संदेह का लाभ देते हुए दोष मुक्त कर दिया। खण्डपीठ ने युवक को पुलिस सुरक्षा में उसके मूल निवास भेजने के आदेश दिए हैं। न्यायालय ने देर शाम मामले में फैसला सुनाया।
मामले में विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से नियुक्त न्याय मित्र आदर्श किशोर यादव ने बताया कि खंडपीठ की प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट सरिता धाकड़, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य राजेश याज्ञिक व हेमलता अग्रवाल ने एक मत से यह फैसला सुनाया।
मामले के अनुसार 28 सितम्बर 2015 को एमआईटीआरसी कॉलेज के डायरेक्टर कुशमार्ग निवासी अशोक अग्रवाल अपने कॉलेज गए थे। उस दौरान पत्नी इंदू अग्रवाल व झारखंड निवासी नौकर घर पर अकेले थे। दोपहर करीब 12 बजे नौकर इंदू को लेकर अस्पताल पहुंचा। उस समय इंदू अचेत थी व डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने मामले में झारखण्ड निवासी नौकर को महिला से दुष्कर्म व हत्या के आरोप में निरुद्ध किया था। मामले में किशोर न्याय बोर्ड की खंडपीठ में सुनवाई चल रही थी। मामले में शुक्रवार को किशोर न्याय बोर्ड की खंडपीठ ने दोनों पक्षों की दलील सुनने व साक्ष्य का अवलोकन कर यह फैसला सुनाया है।
मामले के अनुसार पुलिस ने आरोपी को 29 सितम्बर 2015 को निरुद्ध किया था। उस दौरान पुलिस ने नौकर पर महिला के साथ पहले दुष्कर्म करने व फिर गला घोटकर हत्या करने का आरोप लगाया था। मामले से जुड़े अशोक अग्रवाल पूर्व विधायक रामानंद अग्रवाल के पुत्र हैं।
जयपुर के विशेष गृह में रखा गया था नौकर

नाबालिग नौकर को पहले अलवर में ही रखा गया था। लेकिन नौकर को बालिग होने पर जयपुर के विशेष गृह में भेज दिया गया था। सुनवाई के दौरान उसे जयपुर से अलवर लाया जाता था।
झारखण्ड में नौकर की दर्ज थी गुमशुदगी

नौकर के पिता ने झारखण्ड में गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई थी। इसलिए झारखण्ड का एक एनजीओ भी नौकर की पैरवी में लगा हुआ था।

ट्रेंडिंग वीडियो