नीमराणा थाने से जयपुर रवाना होते समय पत्रिका से बातचीत में सेंगाथिर ने कहा कि अलवर कोर्ट से पहलू खां मामले के आरोपियों के बरी होने से पुलिस जांच पर उंगलिया उठ रही हैं। सरकार के निर्देश पर वे इस मामले में पुलिस जांच की खामियों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि जयपुर रेज आईजी नीमराणा थाने पर औचक पहुंचे थे। इस दौरान आईजी ने थाने का निरीक्षण भी किया और क्राइम को लेकर स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक कर क्षेत्र में बढ़ते अपराधों की रोकथाम व पेंडेंसी की समीक्षा कर उन्हें जल्द निपटाने के निर्देश दिए। बैठक में नीमराणा थानाधिकारी अजय सिंह शेखावत भी मौजूद रहे।
यह पूरा मामला ( Pehlu Khan Mob Lynching ) एक अप्रेल 2017 को एनएच-8 पर बहरोड़ के निकट से कुछ लोग 6 पिकअप गाडिय़ों में गोवंश भरकर ले जा रहे थे। गोकशी के शक में लोगों ने पीछा कर वाहन रुकवा लिए। भीड़ ने बहरोड़ हाइवे पर ही एक पिकअप में सवार हरियाणा के जयसिंहपुरा निवासी पहलू खां और उसके अन्य साथियों के मारपीट कर दी। मारपीट में गंभीर रूप से घायल हुए पहलू खां की बहरोड़ के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान 4 अप्रेल को मौत हो गई। घटना से देशभर में बवाल मच गया। प्रकरण में बहरोड़ थाना पुलिस ने पहलू खां हत्याकांड के अलावा गोतस्करी के छह प्रकरण दर्ज कर गोवंश से भरे छह पिकअप वाहनों को जब्त किया था। पहलू खां हत्याकांड में पुलिस ने नामजद आरोपियों और वायरल वीडियो के आधार पर गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की। प्रकरण में पुलिस ने बहरोड़ निवासी विपिन यादव, कालूराम, दयानंद, रविंद्र कुमार, योगेश कुमार, भीम राठी व दीपक उर्फ गोलू गिरफ्तार किया। वहीं, दो बाल अपचारी निरुद्ध किए गए। पहलू खां हत्याकांड समेत अन्य छह गोतस्करी के मामलों में पुलिस न्यायालय में चालान पेश कर चुकी है।