नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में रविवार व सोमवार को दिल्ली के जामिया नगर एवं अन्य स्थानों पर हिंसा, बसों में आग लगाने व हिंसा की घटना की हुई। इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जामिया मिलिया विवि के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जुबेर खां ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि झारखंड चुनाव में वोटों के ध्रुवीकरण के लिए भाजपा ने ऐसी घटना कराई है, जबकि जामिया मिलिया विवि में पहले कभी भी ऐसी घटना नहीं हुई।
विश्वविद्यालय के छात्रों ने शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकाला। दिल्ली पुलिस ने जामिया मिलिया विवि में घुसकर छात्रों को पीटा। पुलिस विवि की लाइब्रेरी में घुस गई तथा हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा। विश्वविद्यालय में भाजपा से जुड़े बाहरी लोगों ने घुसकर हिंसा की तथा दिल्ली पुलिस ने बसों को जलाने का काम किया। भाजपा ने यह सब जामिया मिलिया विवि को बदनाम करने की नीयत से किया। इस घटना के विरोध में विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को भी मौन जुलूस निकाला और इंडिया गेट पर धरने में शामिल हुए।
बिना कसूर कार्रवाई करेंगे तो छात्र विरोध मार्च निकालेंगे विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जुबेर खां ने कहा कि यदि कोई बिना कसूर के कार्रवाई करेगा तो छात्र विरोध मार्च निकालेंगे ही। उन्होंने कहा कि यदि वे आज जामिया मिलिया विवि के छात्रसंघ के अध्यक्ष होते तो यही करते जो वहां के छात्रों ने किया है। पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाते।