आरोपी नरेश पर 5 हजार का इनाम था। पकड़े गए हत्या के आरोपी से पुलिस पूछताछ कर अन्य अपराधियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
नरेश गुर्जर ने अपने साथियों के साथ मिलकर 29 जुलाई को जैनपुरबास गांव में जसराम गुर्जर की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी।
हिस्ट्रीशीटर था जसराम पटेल जसराम पटेल बहरोड़ थाने का हिस्ट्रीशीटर था। जसराम के ऊपर कई केस लगे हुए थे। जसराम गुर्जर गैंगस्टर रह चुका है। जसराम गुर्जर की गैंग है। इसकी गैंग का अन्य गैंग से कई बार गैंगवार हुआ। जसराम पटेल ने पिछले साल बहरोड़ विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। जसराम को चुनाव में 12 हजार 433 वोट मिले थे।
एक आरोपी को पहले कर चुकी गिरफ्तार जसराम पटेल हत्याकांड मामले में पुलिस एक अन्य आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस पूर्व में राजेन्द्र गुर्जर को गिरफ्तार कर चुकी है। हत्या के मुख्य आरोपी जैनपुरबास निवासी राजेन्द्र गुर्जर उर्फ मामचंद पुत्र रामवतार गुर्जर ने पुलिस को बताया था कि हिस्ट्रीशीटर जसराम पटेल से खुद पर हमले की आशंका थी। आंशका के चलते आरोपित ने जसराम की हत्या को अंजाम दिया।
5 साल पहले चीकू से हुआ झगड़ा करीब 5 साल पहले जसराम गुर्जर और सुरेंद्र उर्फ चीकू जेल में एक साथ बंद थे, वहां दोनों के बीच में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद से जसराम और चीकू के बीच में रंजिश चली आ रही थी। चीकू ने जसराम को मारने की धमकी भी दी थी। वहीं, पिछले दिनों बानसूर में हुए एक हत्याकांड में भी जसराम गुर्जर का नाम सामने आ रहा था, जिसके कारण पिछले कुछ दिनों से जसराम गुर्जर छिपा-छिपा घूम रहा था। फिलहाल पुलिस ने हत्याकांड जगह को सीज कर दिया है साथ ही मामले की जांच की जा रही है।