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उप मुख्यमंत्री पद लेने के लिए राजी नहीं हो रहे थे पायलट, फिर जितेन्द्र सिंह बने संकट मोचक और पायलट को मना लिया

locationअलवरPublished: Dec 15, 2018 11:49:59 am

Submitted by:

Hiren Joshi

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Jitendra Singh Meeting With Sachin Pilot For Deputy CM

उप मुख्यमंत्री पद लेने के लिए राजी नहीं हो रहे थे पायलट, फिर जितेन्द्र सिंह बने संकट मोचक और पायलट को मना लिया

राजस्थान में अब मुख्यमंत्री पद की रेस समाप्त हो गई है। अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री बन गए हैं। लेकिन गहलोत को मुख्यमंत्री पद देने में कांग्रेस को 4 दिन लग गए। इसकी वजह पायलट की नाराजगी रही। सूत्रों के अनुसार अशोक गहलोत व सचिन पायलट में से कोई भी मुख्यमंत्री पद छोडऩे को तैयार नहीं था, ऐसा लग रहा था कि विवाद खत्म नहीं होगा। पार्टी में अंदरुणी कश्मकस चल रही थी। लेकिन फिर पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राहुल गांधी के करीबी जितेन्द्र सिंह ने संकट मोचक की भूमिका निभाई। शुरुआत में कांग्रेस की ओर से पायलट को उप मुख्यमंत्री के पद का ऑफर दिया गया था, लेकिन वे नहीं मान रहे थे।
फिर भंवर जितेन्द्र सिंह को उन्हें मनाने का जिम्मा दिया गया। वे इसमें कामयाब भी रहे। शुक्रवार को जितेन्द्र सिंह व सचिन पायलट की मुलाकात हुई। यह मुलाकात काफी अहम रही क्योंकि इसी मुलाकात के बाद सचिन पायलट उप मुख्यमंत्री पद लेने के लिए राजी रहे। सहमती बनने के बाद ये दोनों राहुल गांधी से मिले। इस दौरान अशोक गहलोत भी वहीं मौजूद थे। चारों की मौजूदगी में इस बैठक में मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री पद पर सहमति बनने के बाद इस ड्रामे का अंत हुआ।
इससे पूर्व जितेन्द्र सिंह ने राहुल गांधी से भी मुलाकात की, राहुल ने जितेन्द सिंह को सचिन को मनाने का जिम्मा सौंपा, इसके बाद वे सचिन पायलट से मिलने पहुंचे और उन्हें मनाने में कामयाब रहे।
दिल्ली में इन चारों की मुलाकात समाप्त होने के बाद जब जितेन्द्र सिंह कार में बैठकर बाहर आ रहे थे तो उन्होंने मीडिया की तरफ विक्ट्री का साइन दिखाया।
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