अलवर

करनीकोट गांव का नाम करणी माता के नाम पर पड़ा

भाईचारे और सद्भावना के साथ रहते हैं। गांव के लोग तथा सभी जातियों के लोग आपस में मिलजुल कर निवास करते हैं। इस गांव की जनसंख्या लगभग 5000 के आसपास है तथा मतदाताओं की संख्या लगभग 25 सौ के आसपास है।

अलवरNov 29, 2020 / 06:23 pm

Shyam

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अलवर. अलवर जिले के मुण्डावर उपखण्ड स्थित करनीकोट गांव एक समृद्ध और शिक्षित गांव है। दिल्ली एनसीआर में अवस्थित इस गांव के लोग भाईचारे और सद्भावना के साथ रहते हैं तथा सभी जातियों के लोग आपस में मिलजुल कर निवास करते हैं। इस गांव की जनसंख्या लगभग 5000 के आसपास है तथा मतदाताओं की संख्या लगभग 25 सौ के आसपास है। करनीकोट ग्राम पंचायत में सराय, नयागांव और मुंडनवाड़ा खुर्द सहित 3 अन्य गांव भी लगते हैं। गांव में सरकारी कर्मचारियों की संख्या 500 के लगभग है।
एक किवदंती के अनुसार करनीकोट गांव का नाम करणी माता के नाम पर पड़ा है। ग्रामीणों के अनुसार करनीकोट गांव में एक मिट्टी का बहुत बड़ा किला था, उसके अंदर करणी माता का मंदिर था। करनी माता को अलवर रियासत के शासक द्वारा अलवर में स्थापित कर दिया गया। प्राचीन मिट्टी का किला इस समय मैदान में तब्दील हो गया है। आज से लगभग 300 वर्ष पूर्व इस गांव में जाहरवीर गोगा महाराज की स्थापना एक ईंट रूप में की गई थी, कुछ समय पश्चात गोगाजी महाराज का मंदिर ग्रामीण रामप्रताप की ओर से विधिवत रूप से स्थापित किया गया। मंदिर स्थापना के समय गोगाजी महाराज के भक्त योगेश शर्मा (कैप्टन) को बाबा की शक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जिसके माध्यम से योगेश शर्मा द्वारा ग्रामीणों को वैज्ञानिक सोच के साथ कार्य करने पर बल दिया जा रहा है तथा गरीबों और वंचितों के अनेक कार्य सम्पन्न किए जा रहे हैं।
जिला मुख्यालय तक सीधा साधन नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि जिला मुख्यालय तक जाने के लिए कोई सीधा साधन नहीं है। एक नियमित बस सेवा का संचालन कराया जाना चाहिए। क्षेत्र में एक सहशिक्षा महाविद्यालय की स्थापना भी की जानी चाहिए, ताकि गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों को आसानी से सस्ती शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।
दो बार भरता है बाबा का मेला
ग्रामीण बनवारी लाल यादव ने बताया कि आसपास के सभी लोगों की गोगाजी बाबा की प्रति पूर्ण आस्था है। साल में दो बार बाबा के मेले का आयोजन किया जाता है। बाबा के चमत्कार लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

आज तक नहीं हुई कोई अतिवृष्टि व ओलावृष्टि
ग्रामीणों का मानना है कि इनकी कृपा से गांव में आज तक किसी प्रकार की कोई अतिवृष्टि और ओलावृष्टि नहीं हुई है। करनीकोट गांव में एक चिकित्सालय, एक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, एक पोस्ट ऑफिस, सहकारी संस्था और एक संस्कृत विद्यालय अवस्थित है।
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