पुलिस के अनुसार 23 जुलाई को परिवार की रिश्तेदारी में आने वाला एक युवक विक्रम दो साथियों के साथ नाबालिग को अपहृत कर अज्ञात स्थान पर ले गया। वहां सामूहिक बलात्कार किया। तीनों उसे अलग-अलग स्थान पर भी ले गए और बलात्कार किया। नाबालिग 24 जुलाई को उनके चंगुल से निकल भागी और घर पहुंच कर परिजनों को आपबीती सुनाई। पीडि़ता के पिता ने 29 जुलाई को पुत्री के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कराया है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
थाना प्रभारी प्रहलाद सहाय ने बताया कि पीडि़ता के परिवारजन 24 जुलाई को भी थाने में आए लेकिन ये कहते हुए रिपोर्ट दर्ज कराने से इनकार कर दिया कि समाज का मामला है। इस बीच थाना प्रभारी बदल गए। अब 29 जुलाई को वापस रिपोर्ट दर्ज कराने आए तो सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है। इधर, पीडि़ता के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी और परिजन बार-बार फोन पर धमकियां दे रहे थे। परिवार की सुरक्षा के लिए मुकदमा दर्ज कराना पड़ा।
थानागाजी रेप केस रहा था सुर्खियों में यह घटना थानागाजी के पास प्रतापगढ़ क्षेत्र की है, इससे पहले थानागाजी में हुए सामूहिक बलात्कार ने नकारात्मक सुर्खियां बटोरी थी। पांच जनों ने महिला का पति के सामने सामूहिक बलात्कार किया था व उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी। घटना के बाद राष्ट्रीय नेता भी थानागाजी पहुंचे थे। गैंगरेप पीडि़त को पुलिस कांस्टेबल की नौकरी मिल चुकी है।