छोटे साढू की हत्या करने की साजिश में नसीम ने छोटे ***** अनीस को भी शामिल कर किया था। अनीस और जाहिद के बीच कई बार छोटी-मोटी बातों को लेकर विवाद हो चुका था। इसी कारण वह साजिश में आसानी से शामिल हो गया।
यह है मामला बसई (टपूकड़ा) निवासी कमरुद्दीन पुत्र भूरे खां जमात पर गया हुआ था, जो चार माह बाद 10 सितम्बर को अपने घर लौटा। उससे मिलने के लिए उसकी तीनों बेटियां व दामाद आए थे। कमरुद्दीन की बड़ी बेटी सबीला का निकाह शेखपुर (फिरोजपुर) निवासी नसीम पुत्र कासिम से हुआ। दूसरी बेटी सकुनत का निकाह जाहिद और तीसरी बेटी जानिस्ता का निकाह आबिद के साथ हुआ। जाहिद व आबिद दोनों भाई हैं, जो उमरा (नगीना-नुहं) के रहने वाले हैं। जाहिद रात को जब घर में नहीं दिखा तो उसका भाई आबिद और इनका ***** उसे ढूढऩे निकले। इस दौरान रात करीब 11 बजे जाहिद का शव घर के पिछवाड़े पेड़ से लटका मिला। इसकी सूचना आबिद ने अपने परिजनों को दी तो परिजन देर रात करीब डेढ़ बजे टपूकड़ा आ पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और अगले दिन मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया था। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की गहनता से जांच की।
ऐसे दिया हत्या की वारदात को अंजाम थाना प्रभारी ने बताया कि 10 सितम्बर की रात नसीम और अनीस ने ठेके पर शराब पी और रात करीब 10 बजे जब जाहिद लघुशंका के लिए घर से बाहर निकला तो नसीम और अनीस उसका पीछा किया। इस दौरान अन्य लोग घर में खाना खा रहे थे। दोनों आरोपी जाहिद को बातों में उलझाकर अनीस के घर ले गए और पहले से तैयार पंखें के खाली हुक से लटकी रस्सी के फंदे को जाहिद के गले में डाल दिया और रस्सी खींच दी। एकाएक हुई इस घटना से जाहिद संभल भी नहीं पाया कि उसकी मौत हो गई। दोनों आरोपियों ने जाहिद के शव को नीचे उतारा और घर के पिछवाड़े एक पेड़ की डाली से शव को लटका दिया ताकि लोगों को मामला आत्महत्या का लगे।
यूं हुआ खुलासा थाना प्रभारी ने बताया कि पेड़ की जिस डाली से जाहिद का शव लटका मिला। वह काफी कमजोर थी और शव के दोनों घुटने जमीन पर टिके थे। इसी से पुलिस को शक हुआ और पुलिस ने जांच शुरू की। अनुसंधान के दौरान परिजनों व रिश्तेदारों से पूछताछ की गई तो प्रकरण में परतें खुलती
चली गई।
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