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युवती के पिता का हो गया था निधन तो मदद के लिए आए आए किन्नर, निर्धन की बेटी का विवाह करा उसे डोली में बैठाया

locationअलवरPublished: Dec 04, 2019 10:53:27 am

Submitted by:

Lubhavan

किन्नर कशिश की कोशिश से नीतू की डोली पिया के घर पहुंच गई। किन्नर के सकारात्मक कार्य के बाद सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं।

Kinnar Organise Marriage Of A Girl In Alwar

युवती के पिता का हो गया था निधन तो मदद के लिए आए आए किन्नर, निर्धन की बेटी का विवाह करा उसे डोली में बैठाया

अलवर. समाज का अभिन्न अंग होने के बावजूद हिकारत से देखे जाने वाले किन्नर सामान्य स्त्री-पुरुषों के समान न सिर्फ संवेदनशील होते हैं बल्कि उनसे अधिक परोपकारी भी होते हैं। ऐसे ही एक परोपकारी किन्नर ने अलवर के पिनान कस्बे में शहनाइयों की गूंज के बीच एक गरीब बालिका का घर अपने खर्चे पर बसाकर समाज को संदेश दिया कि अगर मन परोपकारी हो तो समाज में निर्धनों की बेटियां भी गर्व के साथ पिया के घर जा सकती हैं।
किन्नर समाज की कशिश बाई के सहयोग से निर्धन बेटी के घर शहनाइयां गूंज उठी। गौरतलब है कि कस्बे निवासी स्व. सुरेश चंद पाराशर की 21 वर्षीय पुत्री नीतू के विवाह का संकल्प करीब दो वर्ष पहले कशिश बाई किन्नर व चालक भीम सिंह मीना ने लिया था। इस मकसद को साकार करने के लिए मां कमला देवी व भाई मोनू ने नीतू का रिश्ता हरसौली निवासी डालचंद के साथ तय कर दिया। निर्धारित मुहूर्त और लग्न के अनुसार सोमवार रात हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार किन्नर कशिश ने नीतू के विवाह की सभी रस्में निभाई।
जीवन का ध्येय है परमार्थ

किन्नर कशिश ने कहा कि परमार्थ हमारे जीवन का ध्येय है। गरीब और बेसहारों की सेवा करना हमारी जिंदगी का मकसद है। इसी से हमें सच्चा सुख मिलता है। निर्धन की बेटी का विवाह कराकर बड़ा सुकून मिल रहा है ।
विदाई के वक्त छलके ग्रामीणों के आंसू

नीतू की विदाई के वक्त कशिश ने रस्में निभाई तो वर पक्ष के लोगों के आंसू छलक उठे। इस अवसर पर सरपंच बिरजू राम मीना, जगदीश लखेरा, चेतराम मीना, गोपाल बंसल, हरिओम बंसल, हजारी कोठयारी, दयाराम जाट, मनोहर सैनी सहित जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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