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जाने बहरोड़ उद्योग के हाल : बीमार उद्योग संजीवनी की आस में तोड़ रहे दम

locationअलवरPublished: Feb 03, 2020 01:25:30 am

Submitted by:

Kailash

जाने बहरोड़ उद्योग के हाल : बीमार उद्योग संजीवनी की आस में तोड़ रहे दम

जाने बहरोड़ उद्योग के हाल : बीमार उद्योग संजीवनी की आस में तोड़ रहे दम

जाने बहरोड़ उद्योग के हाल : बीमार उद्योग संजीवनी की आस में तोड़ रहे दम


बहरोड़. क्षेत्र के रीको उद्योग क्षेत्र की स्थापना के समय ३२ वर्ष पूर्व लगे सीमेंट के मिनी प्लांट व ग्रेनाईट की तीन दर्जन से अधिक ईकाइयां समय के साथ धीरे धीरे बंद हो गई। कुछ जो चल रही वह भी अच्छी हालत मे नहीं है।
यहां पर लम्बे समय से बीमार पड़े उद्योग क्षेत्र को दोबारा से पुनर्जीवित करने की दिशा में यहंा के जनप्रतिनिधियों व केन्द्र व राज्य सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है। जिसके चलते उद्योग क्षेत्र की हालत दयनीय बनी हुई है।
दोनों ही पार्टियों की सरकारों ने बीमार उद्योग क्षेत्र की हालत सुधारने के लिए कभी ध्यान तक देना उचित नहीं समझा। जिससे यहां पर बड़े उद्योग नहीं आ सके जबकी शाहजहापुर,नीमराणा से पहले का उद्योग क्षेत्र बहरोड़ है फिर भी इसके विकास के लिए कोई काम नहीं हुआ है। जिसके चलते बहरोड़ उद्योग क्षेत्र का नाम गुम सा गया है। जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों मे रोष है की उद्योग क्षेत्र की बदहाली के लिए सरकार भी जिम्मेदार है। उद्योग क्षेत्र में बंद पड़े उद्योगों से उजड़े हुए उद्योग क्षेत्र की कहानी साफ नजर आती है।
उद्योग क्षेत्र में उद्योगों को बंद होने के बाद खाली प्लाटों में आवासीय योजनाए बना कर आवासीय व व्यवसायिक उपयोग बढ़ रहा है। जिससे उद्योगों का विस्तार नहीं हो पाएगा और अब यहां पर बड़े प्लाटों पर एक बड़ी बहु आवासीय योजना और दो पर होटल, दो पर माल बनने से अब आगे यहां नए उद्योगों के लिए जगह ही नहीं बचेगी।
हजारों का रोजगार छीना
बहरोड़ उद्योग क्षेत्र में सबसे पहले सबसे बड़ा उद्योग जयपुर सेनटेक्स बंद होने से दो हजार से ज्यादा लोग बेरोजगार हुए उसके बाद यहां बड़ी संख्या मे उद्योग बंद होने या काम कम होने के कारण अब तक हजारों लोग रोजगार छीनने के कारण श्रमिक को यहां से जाना पड़ा। कुछ उद्योगों में नोटबंदी के बाद हालत खराब होने से बंद हो गए थे जिसका असर भी उद्योगों पर पड़ा है।
अब है नाम के उद्योग
उद्योग क्षेत्र मे एक बड़ी प्लाईकम्पनी, एक दवा, आधा दर्जन सीमेंट,आधा दर्जन पाइप फैक्ट्री सहित कुछ छोटे उद्योग है जो चल रहे है बस। जो चल रहे है उनमे भी लगातार कटौती की जा रही है। जिससे यहां उद्योग लगातार कम हो रहे है।

पूर्व मंत्री के पुत्र का धमकी देने का ऑडियो वायरल, भडाणा ने फर्जी बताया
अलवर. पूर्व मंत्री हेमसिंह भड़ाना के पुत्र सुरेंद्र भड़ाना की ओर से नगर पालिका के एक पार्षद को मोबाइल पर नशे में अभद्रता करने का ऑडियो वायरल हुआ है। पार्षद ने इस मामले की शिकायत पुलिस को दी है। वहीं पूर्व मंत्री हेमसिंह भडाणा ने वायरल ऑडियो को फर्जी करार दिया है।
पार्षद रोहिताश घांघल ने पुलिस में शिकायत देकर आरोप लगाया कि सुरेन्द्र भड़ाना ने शराब के नशे में शनिवार देर रात्रि मोबाइल पर फोन कर खुद को पूर्व मंत्री का पुत्र बताते हुए गाली-गलौज की और मुझे व परिवार को गोली मारकर जान से खत्म करने की धमकी दी। फोन काटने के बाद भी वह तीन-चार बार लगातार फोन कर अभद्र भाषा बोलता रहा। इस मामले में रात को पुलिस कंट्रोल रूम अलवर पर आपबीती बताई, बाद में पुलिस थाना थानागाजी से आए फोन पर सुबह प्राथमिकी दर्ज करवाने को कहा गया। पार्षद रोहिताश ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि चुनावी रंजिश के चलते यह सब किया गया है।
इस मामले पर थानागाजी पुलिस थाने से हैड कांस्टेबल ओम प्रकाश ने बताया कि प्रार्थी के प्रार्थना पत्र की जांच की जा रही है।
वायरल ऑडियो फर्जी है
वायरल आडियो फर्जी है, किसी से कोई बात नहीं की गई और न ही धमकियां दी गई हैं। मेरे पुत्र सुरेन्द्र का यह ऑडियो फर्जी है, साथ ही जिसने यह मामला थाने में दिया है वो रोहिताश घॉघल खुद पुलिस थाना थानागाजी का हिस्ट्रीशीटर है, इसके खिलाफ अनेक मामले दर्ज हैं।
-हेमसिंह भड़ाना, पूर्व कैबिनेट मंत्री, राजस्थान
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