चीन में पढ़ाई कर रहे कुल नौ विद्यार्थी 15 जनवरी के बाद अलवर आए हैं। इनमें रैणी में 3, रामगढ़ में 2, किशनगढ़बास में 1, बहरोड़ में 1, तिजारा में 1 व कठूमर में 1 विद्यार्थी चीन से वापस लौटा है। जो अलग-अलग समय में चीन से आए र्हैं। इनमें से अधिकतर एमबीबीएस के विद्यार्थी हैं। जो चीन में अलग-अलग विश्वविद्यालय में अध्ययनरत है। कुछ ऐसे भी हैं जो निजी काम से पहले आ गए। कुछ वायरस फैलने के शुरुआती दिनों में लौटे हैं। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की बराबर निगरानी में हैं।
खांसी-जुकाम व बुखार होने पर निगाह
चीन से आए विद्यार्थियों की मॉनिटरिंग में यही देखा जा रहा है कि किसी में खांसी-जुकाम या बुखार तो नहीं हैं। ऐसा मिलने पर उनको अस्पताल में आइसोलनेशन वार्ड में रखा जाएगा। फिलहाल सबको सावचेत किया हुआ है कि घर पर ही मास्क लगाकर रहें। करीब 28 दिनों तक उन पर पूरी मॉनिटरिंग की जाएगी। नौ में से दो ऐसे हैं जिनको करीब 28 दिन भी पूरे हो गए हैं।
निदेशालय से रिपोर्ट मिली
स्वास्थ्य विभाग को एयरपोर्ट से चीन से आने वालों की जानकारी मिलती है। विभाग के निदेशालय से सम्बंधित जिले के चिकित्सा अधिकारियों को सूचित किया गया है। इन नौ में से अधिकतर 15 जनवरी से 30 जनवरी के बीच में आए हैं। सभी छात्र हैं कोई छात्रा नहीं है।
नौ विद्यार्थी आ चुके
चीन से अलवर नौ विद्यार्थी लौटे हैं। सबकी मॉनिटरिंग के लिए चिकित्सा अधिकारी नर्सिंगकर्मी की ड्यूटी लगा रखी है। अभी तक किसी में भी ऐसे लक्षण नहीं मिले हैं। जिससे कोरोना वायरस जैसा कुछ लगे। लेकिन, फिर भी आमजन को सावधान रहने की जरूरत है।
छबील कुमार, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अलवर