युवक ने आरोप लगाया कि मंत्री ने गांव से संबंधित पानी की मांग पूरी नहीं होने के उलाहने और बार-बार आश्वासन देने की बात पर उसके साथ मारपीट कर दी। कुछ ही देर बाद मंत्री अपने वाहन में बैठकर वहां से चले गए। विरोध स्वरूप गांव के कुछ लोगों ने बकायदा रोष प्रकट किया। बाद में मामला बढ़ते देख शाम को मंत्री अपने साथ नगर विकास न्यास के अध्यक्ष देवीसिंह शेखावत व अन्य लोगों को ले गए और समझाइश की गई। बकायदा गांव वालों के बीच यादव ने सफाई दी। समझाइश के बाद युवक तीतर सिंह को मंत्री ने माला तक पहना दी।
युवक तीतर सिंह का कहना है कि गांव की समस्या थी। सबने मिलकर बताई थी। पता नहीं क्यों मंत्री यादव को गुस्सा आ गया और मारपीट कर दी। इधर, मंत्री यादव का कहना है वे समस्याएं सुनकर गाड़ी में बैठे थे । कुछ युवक आपस में झगड़ा करने लगे। इस पर उन्होंने बीच बचाव कर उन्हें अलग- अलग किया था। चुनाव का समय होने के कारण कुछ लोग इसे राजनीतिक तूल देने का प्रयास कर रहे हैं। इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने मंत्री जसवंत यादव का पुतला फूंका और नारेबाजी की।
शाम को युवक तीतर सिंह ने कहा कि डॉ. जसवन्त यादव, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष देवी सिंह शेखावत सहित अन्य पदाधिकारी गांव में आए और ग्रामीणों से वार्ता की। जहां आपसी सुलह के बाद मामला शान्त हो गया।