scriptश्रमिकों को नहीं मिल रहा सरकारी कार्यालयों का लाभ, कार्यालय में लंबित है 51 हजार से ज्यादा आवेदन | labour | Patrika News

श्रमिकों को नहीं मिल रहा सरकारी कार्यालयों का लाभ, कार्यालय में लंबित है 51 हजार से ज्यादा आवेदन

locationअलवरPublished: Oct 07, 2022 05:30:45 pm

Submitted by:

Jyoti Sharma

शुभ शक्ति योजना, छात्रवृत्ति, टूलकिट योजना का श्रमिकों को नहीं मिला लाभ
अलवर. श्रम विभाग की ओर से श्रमिकों को आर्थिक मदद देने के लिए सरकारी स्तर पर विभिन्य योजनाएं संचालित की जा रही है लेकिन श्रम विभाग की उदासीनता व लेट लतीफी के चलते श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

श्रमिकों को नहीं मिल रहा सरकारी कार्यालयों का लाभ, कार्यालय में लंबित है 51 हजार से ज्यादा आवेदन

श्रमिकों को नहीं मिल रहा सरकारी कार्यालयों का लाभ, कार्यालय में लंबित है 51 हजार से ज्यादा आवेदन

श्रमिकों के लिए करीब एक दर्जन योजनाओं का संचालन किया जा रहा है लेकिन पिछले तीन साल से जिले के करीब 51 हजार श्रमिकों के खाते में राशि नहीं आई है। इसके चलते श्रमिक आए दिन कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।
कठूमर में सबसे आवेदन लंबित, भिवाडी में सबसे कम

अलवर जिले के अलवर शहर, बानसूर, बहरोड, भिवाडी, कठूमर, किशनगढबास,, खेरली, कोटकासिम, लक्ष्मणगढ, मुंडावर, नीमराणा,राजगढ, रैणी, थानागाजी, तिजारा व उमरैण पंचायत समिति के श्रमिकों के आवेदन श्रम कार्यालय में लंबित है। इसमें सबसे ज्यादा आवेदन कठूमर के हैं 9669 हैं, जबकि रैणी व लक्ष्मणगढ के करीब 5 हजार से ज्यादा आवेदन लंबित है। सबसे कम आवेदन भिवाडी के 16 तथा तिजारा के 407 आवेदन है।
इस योजना में इतने आवेदन है बकाया

निर्माण् श्रमिकों के बच्चों के भारतीय,राजस्थान सेवा में उत्तीर्ण होने पर —- 40

औजार टूलकिट योजना में 9

जीवन भविष्य 28

छात्रवृत्ति के 37672
आवास के 128

प्रसुति के 856

शुभशक्ति के 12521

व्यवसायिक ऋण 2

मृत्यु सहायता के 402

केस -1खुदनपुरी निवासी मदनलाल ने सन 2017 में शुभ शक्ति योजना के लिए आवेदन किया था लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी विभाग की ओर से कोई भुगतान नहीं हो पाया है। इनका कहना है कि ऑनलाइन आवेदन जमा करवाया था, जो कमी थी वह भी पूरी कर दी लेकिन आज तक भुगतान नहीं हुआ।
केस – 2

कठुमर निवासी राधामोहन ने बताया कि शुभ शक्ति योजना के लिए पांच साल पहले आवेदन किया था। कई बार ईमित्र और श्रम विभाग के चक्कर काट लिए लेकिन भुगतान नहीं हुआ। यहां आने पर मजदूरी का भी नुकसान होता है।
स्थाई अधिकारी ना होने से अटकी प्रक्रियागौरतलब है कि पूर्व में राज्य के श्रम मंत्री अलवर जिले के होने के बाद भी उनके कार्यकाल में शुभ शक्ति योजना के एक भी आवेदक को राशि का भुगतान नहीं हो पाया था। इसके साथ ही कभी बजट का अभाव तो कभी श्रम कार्यालय में श्रम आयुक्त के पद पर अस्थाई या कार्यवाहक अधिकारी होने के कारण आवेदनों की स्वीकृति नहीं हो पाई।
वर्जन

श्रमिकों के करीब 51 हजार आवेदन लंबित है। इन आवेदनों के भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। प्रकिया पूरी होने के बाद भुगतान किया जाएगा। इसके लिए पंचायत समिति स्तर पर सत्यापन करवाया जा रहा है।राकेश चौधरी, उपश्रम आयुक्त, श्रम विभाग, अलवर।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो