मालन की गली स्थित शिवमंदिर में रात 8 बजे फूलडोल का आयोजन किया गया। इसमें भगवान भोले की सपरिवार पहाडों पर बैठे हुई झांकी सजाई गई। बजाजा बाजार से लेकर गली तक सुंदर सजावट की गई। संयोजक जयकिशन अग्रवाल ने बताया कि इस मौके पर महाआरती की गई। जयपुर से आई सोनू एंड पार्टी ने भक्ति की सरिता बहा दी। रात्रि को सुगनानाथ एंड पार्टी की ओर से ब्यावला में शिव विवाह की कथा सुनाई गई।
केडलगंज स्थित शिव मंदिर में भक्तों की ओर शिव पालकी की शोभायात्रा निकाली गई। बैंडबाजे से निकली इस शोभायात्रा में अनेक झांकियां शामिल थी। शोभायात्रा के साथ शिवभक्त केसरिया वस्त्र पहनकर भोलेशंकर के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। अनेक श्रद्धालु भजनों पर नाचते हुए चल रहे थे। बाजारों में जगह जगह पर स्वागत किया गया।
मंगल विहार स्थित सार्वजनिक शिव मंदिर में भी सुबह से ही पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। मंदिरा में रूद्राभिषेक का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर भक्तों की ओर से भंडारे का आयेाजन किया गया। इसमें सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद लेने के लिए आते रहे।त्रिपोलिया स्थित शिव मंदिर में भगवान का अलौकिक श्रृंगार किया गया।
भगवान शिवशंकर की जटाओं से बहती हुई गंगा के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। दोपहर में महिलाओं की ओर से भजन कीर्तन कर भगवान की महिमा का गुणगान किया गया।