इसके दूसरे दिन उसने अंजलि पुत्री राजन पत्नी राकेश निवासी उजीना-हथीन पलवल, श्रीपाल पुत्र प्यारेलाल निवासी बरेली यूपी, फकरू पुत्र अजमत निवासी बाईखेड़ा तहसील फिरोजपुर झिरका से मुझे मिलवाया तो इन्होंने भी शादी कराने के लिए हां कर दी। साहून, अंजलि, श्रीपाल व फखरु मेरे परिवार को ग्राम उजीना लेकर गए और ममता से मिलवाया तो ममता ने भी मेरे साथ विवाह करने के लिए हां कह दी। इसके बाद समस्त आरोपी, मैं व परिवारजन ग्राम जेरोली आ गए। जेरोली के मंदिर में मेरा व ममता का आपस में विवाह करा दिया। जिस पर ममता को एक सोने का ओम, डेढ़ तोला सोने की चैन व 200 ग्राम चांदी की पायजेब उपहार स्वरूप दिए। उसके बाद हम जेरोली में पति-पत्नी के रूप में अपने दांपत्य जीवन का निर्वाह करने लगे।
विवाह के बाद ममता ने गत 21 सितंबर को मेरे पक्ष में विवाह बाबत एक शपथ पत्र लिखकर दिया। जिस पर अंजलि, श्रीपाल व फखरु ने बतौर गवाह अपने हस्ताक्षर किए। विवाह के 15 दिन बाद ममता ने मेरे को अपने घर वालों से मिलाने को कहा तो मैं शाम साहून के घर गया। साहून के घर पर अंजलि, श्रीपाल व फखरु भी पहले से ही मौजूद थे। जिस पर मैंने साहून से कहा कि मेरी पत्नी अपने पीहर वालों से मिलने की कह रही है। इस पर साहून ने कहा कि आप अपनी पत्नी ममता को ले जाकर उसके पीहर मिला लाओ, मैं आपके साथ फखरु, श्रीपाल व अंजलि को भी भेज देता हूं। जिस पर मैंने गत 6 अक्टूबर को एक गाड़ी में अंजलि, श्रीपाल व फकरु के साथ अपनी पत्नी ममता को लेकर ग्राम उजीना गया, रास्ते में इन्होंने गाड़ी को खाना खाने के लिए एक होटल पर रुकवाया। मैं होटल के पास ही शौच करने चला गया। वापस आने पर पत्नी ममता और अंजलि, श्रीपाल व फखरु मौजूद नहीं थे।
मैंने साहून को फोन किया तो उसने कहा कि मैं बात कर आपको बताता हूं। उसका शाम तक भी फोन नहीं आने पर फिरफोन किया तो साहून ने कहा कि आप घर पर आ जाओ वे अपने आप आ जाएंगे। मंै वापस अपने घर लौट आया। इसके बाद 7 अक्टूबर को मैं साहून के घर पर जाकर मिला तथा बातचीत की तो साहुन ने कहा कि हमने तुझे धोखे में रखते हुए रुपए ऐंठने थे, जो हमने ऐंठ लिए और अब ना तुझे ममता मिलेगी और ना ही तेरे पैसे वापस मिलेंगे। हम इसी प्रकार से लोगों का झूठा विवाह कराकर उनसे पैसे ऐंठते हैं। इतना कहकर साहून ने मुझसे अभद्रता और धक्कामुक्की कर घर से बाहर भगा दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। एसआई विक्रमसिंह के अनुसार तलाशी के दौरान विवाह करने वाली महिला को पुलिस प्रोटेक्शन में भरतपुर जेल से तिजारा थाने लाया गया। पूछताछ के दौरान पता लगा कि इस महिला ने 8 नवंबर 2019 को गांव हथिनी में रमेश नामक युवक से सीमा नाम बताकर भी 2 लाख रुपए लेकर विवाह किया है। विवाह के 4 दिन रुकने पर पांचवें दिन नशीला पदार्थ देकर रमेश को अचेतावस्था में छोड़कर 2 लाख रुपए लेकर भाग गई।